नगर परिषद के अगले चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, शहर में चुनावी सरगरमी तेज होती जा रही है. कई कार्यकाल के बाद इस बार आरक्षण का रोस्टर बदल दिया गया है, जिसके चलते अधिकांश वर्तमान पार्षदों की परेशानी बढ़ गयी है. ज्यादातर वर्तमान पार्षद अपने खुद के वार्ड से इस बार चुनाव नहीं लड़ सकेंगे.
ऐसे में दूसरी सीट की तलाश लाजिमी है. हालांकि, कई वर्तमान पार्षद आरक्षण रोस्टर बदलने के बाद भी अपने ही वार्ड से चुनाव लड़ने की तैयारी में है. इनमें वार्ड-5 की विनीता देवी का नाम भी शामिल है. विनीता देवी को इस बार वर्तमान नगर सभापति सुवंश राय से सामना करना होगा. वार्ड-8 को सामान्य महिला सीट से इस बार सामान्य सीट में तब्दील कर दिया गया है. वहीं, वार्ड-22 को सामान्य ही रहने दिया गया है.
वार्ड-8 अब तक सामान्य महिला वर्ग के लिए आरक्षित था. इस बार इस सीट को सामान्य सीट में बदल दिया गया है. वार्ड की पार्षद मंजू देवी का 21 अक्तूबर 2015 को असामयिक निधन हो गया, जिसके बाद से सीट खाली है. हालांकि, पार्षद के पुत्र मनीष कुमार बखूबी मां की जिम्मेवारी निभाते हुए उनके काम-काज को आगे बढ़ाते रहे हैं. इस बार सामान्य सीट होने के चलते मनीष का चुनाव लड़ने का रास्ता भी साफ हो गया है, इसलिए वे खुद चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. हालांकि, उनके सामने पूर्व उप-सभापति युगल किशोर प्रसाद व मो नजीम समेत कई अन्य मजबूत प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में होंगे.
जानकार : जानकार अवधेश कुमार का मानना है कि वार्ड को सामान्य सीट में बदल दिये जाने के बाद इस बार का चुनावी समीकरण बदल गया है. कई प्रबल दावेदार सामने आने लगे हैं. जानकी स्थान से सटे होने के कारण अन्य वार्डों की अपेक्षा समस्याएं तो कम है, लेकिन अभी बहुत कुछ करना बांकी है. नये प्रत्याशियों को वार्ड की जनता के दिल में उतरना होगा. इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प रहने की उम्मीद है.
मनीष कुमार
वर्तमान पार्षद का अक्तूबर 2015 में असामयिक निधन हो गया. उनके काम का देख-रेख उनका पुत्र मनीष कुमार करते हैं. सामान्य सीट हो जाने के कारण मनीष कुमार इस बार खुद चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. मनीष का मानना है कि मां के काम में वे पूरा हाथ बंटाते थे. इसलिए उन्हें पूरा भरोषा है कि एक बार फिर चुनाव जीतकर वार्ड की सेवा करने का मौका मिलेगा.
संभावित प्रत्याशियों में वार्ड-2 के वर्तमान पार्षद व पूर्व उप-सभापति युगल किशोर प्रसाद का नाम सबसे ऊपर है. इसके अलावा मो नजीम समेत अन्य प्रत्याशी भी इस वार्ड से चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गये हैं. सामान्य सीट हो जाने के चलते इस बार काफी दिलचस्प होनेवाला है. पूर्व उप-सभापति युगल किशोर प्रसाद व मो नजीम दोनों का दावा है कि वार्ड की जनता में उनकी गहरी पैठ है.
शहर के उत्तरी सीमा पर स्थित वार्ड-22 की आबादी करीब ढ़ाई हजार है. वर्तमान पार्षद मनोज कुमार लगातार दो बार से वार्ड का पार्षद हैं. उनका सामना पिछले दो बार से स्थानीय मो अफलज पैंथर से होता आ रहा है. इस बार भी मुख्य मुकाबला उक्त दोनों के बीच ही रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है. हालांकि, कई अन्य लोग भी अपनी-अपनी दावेदारी करना शुरू कर दिया है. वार्ड का आरक्षण रोस्टर यथावत रखा गया है, इसलिए इस बार भी पुराने प्रत्याशी व वर्तमान पार्षद के बीच ही मुकाबला होना तय माना जा रहा है.
जानकार : जानकार राजू प्रसाद का मानना है कि वार्ड विकास से अभी कोसों दूर खड़ा है. वर्तमान पार्षद मनोज कुमार पर वार्ड की जनता लगातार दो बार भरोसा कर चुकी है. इस बार भी वे चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. उनका मुख्य मुकाबला मो अफलज पैंथर से ही होने की संभावना है. जीत जिसकी भी हो, नये पार्षद के समक्ष जनता की विश्वास पर खड़ा उतरने की चुनौती होगी.
वर्तमान पार्षद मनोज कुमार लगातार दो कार्यकाल से सीट को बचाने में कामयाब रहे हैं. इस बार उनके सामने जीत की कड़ी चुनौती होगी. हालांकि, उनका मानना है कि जनता के बीच उनकी पकड़ व लगातार दो कार्यकाल में उनके द्वारा किये गये विकास कार्यों के मद्देनजर जनता एक बार फिर उनपर भरोसा करेगी और फिर से वार्ड का सेवा करने का मौका देगी.
संभावित प्रत्याशियों में कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, लेकिन सबसे प्रबल दावेदार पिछले दो बार से हार का सामना कर रहे मो अफजल पैंथर हैं, जिनको इस बार चुनाव जीतने का पूरा भरोसा है. उन्हें विश्वास है कि पिछले एक दशक से भी अधिक समय से वे वार्ड की जनता की किसी न किसी बहाने सेवा करते आये हैं. इस बार उन्हें इसका फायदा मिलेगा .