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मांगें. महादलित व प्रशासन जमीन खाली करने को लेकर आमने-सामने, जिच कायम बोले ग्रामीण, सभी महादलितों को वास की जमीन व इंदिरा आवास दे सरकार बोले डीएम, 61 परिवारों को मिल चुकी है तीन डिसमिल वास की जमीन शिवहर : जिला मुख्यालय से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर रसीदपुर गांव में बसे महादलित व […]

मांगें. महादलित व प्रशासन जमीन खाली करने को लेकर आमने-सामने, जिच कायम

बोले ग्रामीण, सभी महादलितों को वास की जमीन व इंदिरा आवास दे सरकार
बोले डीएम, 61 परिवारों को मिल चुकी है तीन डिसमिल वास की जमीन
शिवहर : जिला मुख्यालय से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर रसीदपुर गांव में बसे महादलित व प्रशासन आमने-सामने हो गये है. मामला एनएच 104 पथ में पड़ रहे जमीन खाली करने को लेकर है.
सड़क के दोनों किनारे बसे महादलित जमीन खाली करने को नहीं दिख रहे है. जबकि प्रशासन जमीन खाली कराने को लेकर संजीदा दिख रहा है. हालांकि फिलहाल एनएच का कार्य बंद है. किंतु पेच कभी भी फंस सकता है. प्रभात खबर की टीम को रसीदपुर के महादलितों ने साफ शब्दों में कहा कि प्रशासन जमीन के साथ इंदिरा आवास भी बना कर दे.
एनएच 104 सड़क के किनारे की जमीन को खाली किया जायेगा. लक्ष्मीपुर पुल से मध्य विद्यालय रसीदपुर तक सड़क के किनारे बसे लोग जमीन नहीं खाली करने का आवाज बुलंद करते नजर आने लगे है. ग्रामीण जयमंगल मांझी, रूपलाल मांझी, सुरेश मांझी, बसमतिया देवी, फूलसूंदर देवी, फूलवा देवी, मुन्ना मांझी, नंदन मांझी प्रशासन द्वारा जमीन तक जमीन दिये जाने की बात से इनकार कर दिया. कहा कि जमीन देने की बात भले ही प्रशासन कर रहा हो. किंतु हम गरीबों को परचा नहीं मिला है.
पथ के दक्षिण भाग में बसे लोग जमीन पाने की आस आज भी लगाये बैठे हैं. कहा कि बना बनाया घर छोड़कर तभी जायेंगे. जब जमीन के साथ इंदिरा आवास भी देना होगा. कहा इस पथ में करीब सौ घर महादलित वास करते है.इधर प्रशासन उक्त महादलितों की तीन डीसमील वास की जमीन देने की बात कह रहा है. ऐसे में मामला उलझता नजर आने लगा है.इस बाबत पूछे जाने पर डीएम राजकुमार ने कहा कि वर्ष 2010 में करीब 61 परिवार को पिपराही प्रखंड के परसौनी बैज गांव में तीन डिसमील वास का जमीन दिया गया है.कहा कि उन्हें समझाया जायेगा.
उन्हें जिले के विकास के लिए एनएच 104 पथ में पड़ रहे जमीन को खाली कर देना चाहिए. इधर शिवहर सीओ यूगेस दास की मानें तो रसीदपुर नगर से सटा हुआ गांव है. जिसके कारण लोग यहां से परसौनी बैज जाने को तैयार नहीं दिख रहे है. महादलित रसीदपुर में एनएच की जमीन पर कब्जा जमा रखे हैं. वहीं प्रशासन द्वारा खरीद कर दी गयी जमीन पर खेती कर रहे है. वे सभी प्रशासन व सरकार के लचीलापन का लाभ उठाना चाह रहे है. जो संभव नहीं है.प्रशासन द्वारा जिन परिवारों को घर उपलब्ध कराया गया है. उसकी सूची डीएम के आदेश पर सीओ ने जारी कर दी है. जिसके अनुसार परसौनी बैज में 61 परिवार को तीन डीसमील जमीन उपलब्ध कराया जा चुका है.
विकास के लिए एनएच खाली करें महादलित
इनको मिला है लाभ
लाभुकों में फुलकुमारी देवी, जयमंती देवी, चंद्रकला देवी, दहउरी देवी, हिरा लाल माझी, रामरति देवी, शंकर माझी, चंपा देवी, कबुतरी देवी, तेतरी देवी, सुजान देवी, महेश्वरी देवी, रीता देवी, चंद्रकला देवी, रीना देवी, प्रमिला देवी, रंजू देवी, जसिया देवी, शीला देवी, चंदा देवी, नगीना देवी, जासो देवी, रामपरि देवी, शकुंतला देवी, इंदू देवी, पार्वती देवी, विसेखी देवी, कुंती देवी, मुसमात चंपा देवी, सहोदर देवी, फागु मांझी, गुलाबी देवी, राजकलिया देवी,
गणेश मांझी, पानों देवी, विफाई मांझी, राजेश मांझी, बिरजू मांझी, कौशल्या देवी, सुमित्रा देवी, अनरवा देवी, रीता देवी, राधिका देवी, अनिता देवी, पानो देवी, सुमित्रा देवी, कांति देवी, दुखिया देवी, गोलिया देवी, सुखिया देवी, झपसी देवी, किरण देवी, पतिया देवी, चमेली देवी, चनरवा देवी, सावित्री देवी, मुसमात राम ज्योति देवी, फूलसुंदर , बबिता देवी, किरण देवी, मुसमात कैलसिया देवी का नाम शामिल हैं.

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