फोटो-13- विरोध प्रदर्शन में शामिल विश्व हिंदू परिषद के सदस्य. प्रतिनिधि, सासाराम ग्रामीण पश्चिम बंगाल में बढ़ रही सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ शनिवार को विश्व हिंदू परिषद ने विरोध प्रदर्शन किया. इसके साथ परिषद के अध्यक्ष व जिला मंत्री ने राष्ट्रपति को पत्र भेजा है. विरोध प्रदर्शन शहर के विभिन्न जगहों से भ्रमण होते हुए कलेक्ट्रेट परिसर पहुंच कर डीएम को ज्ञापन सौंपा गया. जिला मंत्री यश उपाध्याय ने कहा कि देश में जब से वक्फ कानून संशोधन बिल पास हुआ, तब से बंगाल को जिस प्रकार हिंसा की आग में जलाया जा रहा है, हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. राष्ट्र विरोधी तत्वों को निर्बाध रूप से अपने षडयंत्र को क्रियान्वित करने की खुली छूट दी जा रही है, उससे स्पष्ट लगता है कि बंगाल की स्थिति अत्यधिक चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि बंगाल के मुर्शिदाबाद से प्रारंभ हुई यह भीषण हिंसा अब संपूर्ण बंगाल में फैलती हुई दिखाई दे रही है. शासकीय तंत्र दंगाई के सामने केवल निष्क्रिय ही नहीं, बल्कि कई स्थानों पर उनके सहायक या प्रेरक बन गया है. इससे पहले कि स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाये. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को प्रशासन का नियंत्रण व संचालन अपने हाथ में लेकर राष्ट्र विरोधी व हिंदू विरोधी तत्वों को उनके कुकर्मों के लिए कठोर सजा दिलानी चाहिए. उन्होंने कहा कि बंगाल में ममता सरकार भारत के संघीय ढांचे को बंगाल में ध्वस्त कर अपनी सरकार और वोट बैंक को सुरक्षित रखने के लिए किसी भी सीमा तक जा सकती है. उन्होंने बताया कि देश के राष्ट्रपति को पत्र भेजकर बंगाल में राष्ट्रपति से बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की गयी.
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