फोटो-20- डॉ अजय प्रताप, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी. प्रतिनिधि, नोखा मौसम में बदलाव आने से दिन में गर्मी और रात में सर्दी से लोग बीमार पड़ रहे हैं. बच्चे और बुजुर्ग बुखार, खांसी व पेट से जुड़ी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. दिन में गर्मी के कारण फ्रिज में ठंडी बॉटल का दौर लौट आया है. घरों में पंखे चलने लगे हैं. यही फ्रिज का ठंडा पानी और पंखे की हवा सेहत पर असर डालती है. सेहत से जुड़े सवालों पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नोखा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी जनरल फिजिशियन डॉ अजय प्रताप से प्रभात खबर ने बातचीत की. डॉक्टर ने कहा कि तापमान में उतार-चढ़ाव का मानव शरीर पर बुरा असर पड़ता है. ऐसे मौसम में ज्यादा सतर्कता की जरूरत पड़ती है. मौसम एक समान होने तक एसी और पंखा चलाना चाहिए. इस मौसम में फ्लू का खतरा रहता है, ऐसे में ठंडा पानी या कुछ ठंडा खाने से परहेज करना चाहिए. अगर आप सुबह जल्दी स्नान करते हैं, तो हल्के गर्म पानी का प्रयोग करें. दोपहर में स्नान करते हैं, तो पानी को थोड़ी देर के लिए धूप में रख दें और उससे स्नान करें. ऐसे मौसम में ताजा बना भोजन ही खाएं. फ्रिज में रखे भोजन का प्रयोग नहीं करें. फलों का प्रयोग भी सावधानी से करें. कुछ घंटे पहले का कटे फल का उपयोग नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि बदलते मौसम में मसालेदार और तैलीय भोजन, फास्ट फूड, जंक फूड्स से पाचन कमजोर हो सकता है. अगर किसी को जुकाम हो गया है, तो अपने डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लें.
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