निजी जमीन से रोक सूची हटाने के लिए दो वर्षों से लगा रहा है दौड़ फोटो-9-आवेदन के साथ डीएम कार्यालय के बाहर खड़ा जवान सासाराम सदर. जमीन को रोक सूची से हटाने के लिए एसएसबी जवान दो वर्षों से समाहरणालय, अनुमंडल कार्यालय व अंचल कार्यालय डेहरी का चक्कर लगा रहा है. लेकिन, उसकी सुनने वाला कोई नही है. शनिवार को वह एडीएम सुबोध कुमार के पास अपनी फरियाद लेकर समाहरणालय पहुंचा था. वह अपनी फरियाद सुनाने के लिए आवेदन लेकर घंटों उनके कार्यालय के बाहर खड़ा रहा. लेकिन, एडीएम साहब उसकी समस्या को सुनना उचित नही समझे. इसके बाद उसे खाली हाथ लौटना पड़ा. डेहरी निवासी एसएसबी जवान ने जिलाधिकारी को लिखे आवेदन में कहा है कि वह वर्ष 2017 में डेहरी के बसंतपुर में जमीन खरीदी थी. इसको वह वर्ष 2023 में बिक्री करने गया, तो पता चला के उसकी जमीन को जल जीवन हरियाली योजना का हवाला देते हुए रोक सूची में शामिल कर दिया है. इसको हटाने के लिए वह दो वर्षों से जब छुट्टी पर घर आता है और विभिन्न कार्यालय का चक्कर लगाते उसकी छुट्टी समाप्त हो जाती है. जवान ने कहा कि हर बार आने पर कभी डीसीएलआर कार्यालय, तो कभी अंचलाधिकारी के पास फाइल बता हमको दौड़ाया जाता है. जब मैं ड्यूटी चला जाता हूं, तो फाइल जस की तस रह जाती है. दो वर्षों से जब कोई जवाब नहीं मिला, तो एडीएम के पास पहुंचा था. लेकिन उन्होंने मेरी फरियाद सुनने से इन्कार कर दिया.
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