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Chhapra News : सिंगल यूज पॉलीथिन पर बैन के बाद भी धड़ल्ले से हो रहा उपयोग

Chhapra News : पॉलीथिन पर प्रतिबंध के बावजूद इसका इस्तेमाल धड़ल्ले से हो रहा है. शहरी क्षेत्र के दुकानों में प्लास्टिक का उपयोग जारी है. घरों से फेंके जा रहे कचरों में 60 प्रतिशत से अधिक प्लास्टिक निकल रहा है.

छपरा. पॉलीथिन पर प्रतिबंध के बावजूद इसका इस्तेमाल धड़ल्ले से हो रहा है. शहरी क्षेत्र के दुकानों में प्लास्टिक का उपयोग जारी है. घरों से फेंके जा रहे कचरों में 60 प्रतिशत से अधिक प्लास्टिक निकल रहा है. ऐसे में पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है. शहरी क्षेत्र में इस समय अलग-अलग वार्डों में 40 से भी अधिक अस्थायी डंपिंग जोन बने हैं. इन सभी डंपिग जोन में कचरे के ढेर में पॉलीथिन व अन्य प्लास्टिक मटेरियल की भरमार नजर आ रही है. प्रभुनाथ नगर, गुदरी, साहेबगंज, ब्रम्हपुर, बस स्टैंड रोड, जगदम कॉलेज ढाला, मौना आदि इलाकों में बने अस्थायी डंपिंग जोन में सिर्फ पॉलीथिन की परत ही दिख रही है.

पॉलीथिन के कारण बंद हो गये प्रमुख नाले, शहर में ऐसे दर्जनों नाले हैं, जिनमें पॉलीथिन की भरमार है. शहर के सबसे बड़े खनुआ नाले में भी दर्जनों जगह प्लास्टिक की मात्रा दिख रही है. सोनारपट्टी, सरकारी बाजार, मौना बाजार आदि से गुजरने वाले खनुआ नाले के हिस्से में भी प्लास्टिक की भरमार है. सरकारी बाजार, मौना व करीम चक में खनुआ नाले का अधिकतर हिस्सा पूरी तरह प्लास्टिक से भरा हुआ है. जिस कारण इन इलाके में नाला जाम होने के कारण जलजमाव को स्थिति बनी हुई है.

पर्यावरण व सेहत पर डाल रहा असर

राजेंद्र कॉलेज भूगोल विभाग के प्राध्यापक डॉ अनुपम बताते हैं कि प्लास्टिक एक ऐसा पदार्थ है जो सहज रूप से मिट्टी में घुल नहीं सकता. इसे अगर मिट्टी में छोड़ दिया जाये तो भूगर्भीय जल की रिचार्जिंग को रोक सकता है. इसके अलावा प्लास्टिक उत्पादों के गुणों के सुधार के लिये और उनको मिट्टी से घुलनशील बनाने के इरादे से जो रासायनिक पदार्थ और रंग आदि उनमें आमतौर पर मिलाये जाते हैं उनसे सेहत पर खराब असर पड़ता है.

क्या है जुर्माने का प्रावधान

प्लास्टिक के उपयोगकर्ता, भंडारणकर्ता आदि पर जुर्माने का प्रावधान है. इसके तहत पांच सौ से पांच हजार तक जुर्माने का प्रावधान है.

नगर निगम के निर्देशों का नहीं हो रहा पालन

नगर निगम ने शहर के सभी दुकानदारों को प्लास्टिक कैरी बैग का प्रयोग नहीं करने का निर्देश दिया है. गौरतलब हो कि वर्ष 2022 के जुलाई से प्लास्टिक कैरी बैग के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है. फिर भी कई दुकानदार मानने को तैयार नहीं है. कई दुकानदारों द्वारा प्लास्टिक के कैरी बैग धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है. हलांकि नगर निगम ने इस पर कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. बीच-बीच में छापेमारी भी की जा रही है. जिसमें दुकानदारों को जुर्माना भी लगाया जा रहा है. निगम ने कहा कि सभी दुकानदार इस आदेश को जरूरी समझें वरना पकड़े जाने पर उचित कार्रवाई होगी.

चलेगा छापेमारी अभियान

निगम क्षेत्र में पॉलिथीन का इस्तेमाल बंद करने के लिए प्रयास कर रहा है. अगर कोई भी व्यक्ति पॉलिथीन का इस्तेमाल करता हुआ पकड़ा जायेगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की होगी. इसी महीने फिर से छापेमारी अभियान शुरू किया जायेगा.

रागिनी देवी, डिप्टी मेयर, छपरा नगर निगम

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