छपरा/मकेर (सारण) : सड़क निर्माण कंपनी से नक्सलियों ने चार करोड़ रुपये की लेवी की मांग की है. सारण तटबंध पर सड़क का निर्माण करा रही कंपनी के अधिकारियों, कर्मचारियों में दहशत का माहौल है. हालांकि प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये हैं. नक्सलियों द्वारा लेवी मांगने के मामले में सिमकॉन इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रा. लिमिटेक के निदेशक विशाल कुमार के द्वारा प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है और सुरक्षा की गुहार लगायी गयी है.
क्या है मामला भाकपा (माओवादी) उत्तर बिहार पश्चिम जोनल कमेटी के सचिव सह प्रवक्ता प्रहार ने सिमकॉन इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक को पत्र भेजा है और सड़क निर्माण पर व्यय होनेवाली राशि की दस फीसदी राशि लेवी के रूप में देने का फरमान जारी किया है.
तीन अलग-अलग मोबाइल नंबरों से कॉल करके लेवी की राशि नहीं पहुंचाये जाने पर प्लांट उड़ाने की धमकी दी गयी है तथा कंपनी के अधिकारियों का अपहरण एवं हत्या करने की भी नक्सलियों ने धमकी दी गयी है. क्या है योजनासारण तटबंध पर रेवाघाट से लेकर क्वार्टर बाजार, पानापुर तक पक्की सड़क का निर्माण जल संसाधन विभाग के द्वारा कराया जा रहा है. करीब 36 किमी लंबी सड़क का निर्माण जल संसाधन विभाग के द्वारा कराया जा रहा है. इसके निर्माण पर 45 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है.
सारण तटबंध पर सड़क निर्माण का कार्य नाबार्ड योजना के तहत कराया जा रहा है. क्या है स्थितिसड़क निर्माण का कार्य करीब 10 किमी पूर्ण हो चुका है. दिन में ही कार्य कराया जाता है और शाम को सभी वाहनों, उपकरणों के साथ थाने में लाकर खड़ा कर दिया जाता है. इस वजह से निर्माण की गति काफी धीमी पड़ गयी है. करीब दो माह से कार्य चल रहा है, लेकिन अपेक्षाकृत कार्य नहीं हो सका है.
खास बातें सारण-मुजफ्फरपुर-गोपालगंज के सीमावर्ती गंडक दियारे में है सारण तटबंधतीनों जिलों को आपस में जोड़नेवाली महत्वपूर्ण सड़क का आजादी के बाद पहली बार हो रहा है पक्कीकरणसारण तटबंध पर पहले नहीं बनी थी कभी सड़क तटबंध पर सड़क के निर्माण से आवागमन में होगी सहूलियतदर्जनों गांवों के ग्रामीणों को मिलेगा इसका लाभ सारण-मुजफ्फरपुर-पटना के बीच की दूरी होगी कम ग्रामीण बाजारों तक आवागमन की सुविधा से विकास का नया द्वार खुलेगागंडक में आने वाली बाढ़ के कारण उत्पन्न होनेवाली आपदा से निबटने में सहूलियत होगीसारण तटबंध की सुरक्षा में सड़क का अभाव बन रहा है बाधकसड़क के निर्माण पर खर्च होना है 45 करोड़45 करोड़ का दस प्रतिशत यानि साढ़े चार करोड़ की लेवी नक्सलियों ने मांगी है.
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
नक्सलियों द्वारा लेवी मांगने और लेवी नहीं देने पर प्लांट उड़ाने तथा निर्माण कंपनी के अधिकारियों को जान से मारने की धमकी देने की प्राथमिकी दर्ज की गयी है और निर्माण कंपनी को पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध करायी जा रही है. सुरक्षा की दृष्टि से कंपनी के वाहनों को रात के समय थाने में खड़ा करने को कहा गया है. संजय कुमार गुप्ताथानाध्यक्ष, मकेर, सारण