सहरसा . गायत्री शक्तिपीठ में रविवार को व्यक्तित्व परिष्कार सत्र का आयोजन किया गया. सत्र को संबोधित करते डॉ अरूण कुमार जायसवाल ने किशोरावस्था के संबंध में कहा कि आठ वर्ष से 18 वर्ष तक की अवस्था किशोर अवस्था का है. यह समय निर्माण का समय होता है. इस समय भावना का उफान एवं वासना का उफान दोनों चरम पर होता है. इसी समय उसे काउंसलर की जरूरत पड़ती है. उसे एक आइडिया एवं आईडियल चाहिए. एक अच्छा विचार व एक आदर्श पुरूष चाहिए. इस अवसर पर केलिफोर्निया लांस एंजिल्स यूएसए अमेरिका के नीलम जायसवाल ने सत्र को संबोधित करते कहा कि इस स्थान पर उन्हें तीर्थ स्थान जैसी अनुभूति होती है. यहां का वातावरण बहुत ही सुंदर है. अभिनव जायसवाल ने कहा कि प्लास्टिक का उपयोग नहीं करें. नहीं तो खतरनाक स्थिति हो जायेगी. हेल्दी फोर व मां गायत्री हर्बल प्रज्ञा इंटर प्राइवेट के मालिक महाराष्ट्र नागपुर के राजकुमार गुप्ता ने सत्र को संबोधित करते कहा कि भैया के उर्जा से वे बहुत प्रभावित हैं. वे भैया का अनुकरण करते हैं. नागपुर के ही गायत्री सत्संग महिला मंडल संचालिका पूनम गुप्ता ने कहा कि जो जैसा सोचता है वह वैसा ही बन जाता है. इस अवसर पर यूपी से रश्मि गुप्ता, अनिल कुमार गुप्ता, प्रयागराज से पूजा नोगरैया के साथ गायत्री शक्तिपीठ के ललन कुमार सिंह, नवल किशोर सिंह, संजय सराही, हरेकृष्ण साह, अनिल साह के साथ सभी युवा मंडल, महिला मंडल मौजूद थे.
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