सहरसा. मंगलवार की शाम अज्ञात अपराधियों की गोली से घायल हकपाड़ा वार्ड नंबर 5 निवासी मो फखरुद्दीन की निजी अस्पताल में इलाज के दौरान देर रात मौत हो गयी. मौत की सूचना मिलते ही सदर थाना की पुलिस ने निजी अस्पताल पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. जहां पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने मृतक के शव को परिजनों को सौंप दिया. जांच में जुटी पुलिस मंगलवार की शाम सूचना पर सदर एसडीपीओ आलोक कुमार, सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार घटनास्थल पर पहुंचकर आसपास के लोगों से पूछताछ की थी. फिर एफएसएल की टीम को घटनास्थल पर बुलाकर साक्ष्य एकत्र किया गया था. उसके बाद निजी नर्सिंग होम पहुंचकर जख्मी को लेकर सूर्या हॉस्पिटल के संचालक चिकित्सक डॉ विजय शंकर ने बताया कि गोली मरीज को दाहिने हाथ के पास छाती पर लगी है जो बाईं तरफ छाती के पार हो गयी है. स्थिति अभी गंभीर है. सर्जरी के बाद ही कुछ पता चल पायेगा. मृतक की पत्नी ने दर्ज कराया मामला घटना को लेकर मृतक की पत्नी नाजिया परवीन ने पुलिस को दिए अपने फर्द बयान में बताया कि उसका पति मो फखरुद्दीन रजिस्ट्री ऑफिस में बतौर निजी कर्मी के रूप में कार्य करते थे. जो मंगलवार की शाम काम खत्म करके अपनी बाइक से घर लौट रहे थे. तभी शिवपुरी त्रिमूर्ति चौक के समीप बाइक पर सवार दो अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें गोली मार दी. जिससे वह लहूलुहान होकर वहीं गिर गये. उसके बाद स्थानीय लोगों ने उनके पति के मोबाइल से फोन कर उन्हें घटना की जानकारी दी और उनके घायल पति को इलाज के लिए गांधीपथ स्थित सूर्या हॉस्पिटल में भर्ती कराया. सूचना के बाद जब वह हॉस्पिटल पहुंची तो वहां उनका इलाज चल रहा था. वहीं मृतक की पत्नी ने कहा कि उनके पति को जमीन विवाद में गोली मारी गयी है. जिसमें हकपाड़ा वार्ड नंबर 5 के ही मो जमाल के पुत्र मो मजबुद्दीन उर्फ नदीम, स्व मो जुम्मन के पुत्र मो फिरोज, स्व मो सहम्मद के पुत्र मो शमशेर, स्व मो मोहर्रम के पुत्र मो शमशुद्दीन उर्फ बबलू के साथ जमीन का विवाद चल रहा था. दिए फर्द बयान के आधार पर सदर थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है. मृतक की पत्नी ने आगे बताया कि बीते 16 मार्च को हड़पाड़ा वार्ड नंबर 5 निवासी मो अफसेर को गोली मारकर घायल कर दिया गया था. जिसकी 18 मार्च को पटना में इलाज के दौरान मौत हो गयी थी. उनकी हत्या को लेकर उनके पिता, भाई और अन्य परिजन उनके पति पर ही शक जाहिर कर रहे थे. जबकि उनके पति का अफसेर की हत्या से कोई लेना देना नहीं था, लेकिन अफसेर की हत्या में उनके पति को भी जिम्मेदार समझा जा रहा था. ऐसे में उनके ही परिजनों में से किसी ने उनके पति की गोली मारकर हत्या कर दी है. जबकि गांधीपथ स्थित निजी नर्सिंग होम के चिकित्सक डॉ विजय शंकर ने बताया कि मो फखरुद्दीन को जो गोली लगी थी. वह उनके दाहिने पेट में लगी थी. जो गोली बांयी ओर से निकल गयी थी, लेकिन गोली ने पेट के अंदर कई अंगों को काफी नुकसान पहुंचा दिया था. इस कारण सर्जरी के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका. क्या कहते हैं सदर एसडीपीओ सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि जमीन विवाद और पुरानी रंजिश में हत्या का आरोप लगाते हुए शिकायत की गयी है. एफएसएल की टीम से साक्ष्य का संकलन किया गया है. घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच भी की जा रही है. जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी होगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

