नहीं रहे बीएन मंडल विश्वविद्यालय के पूर्व डीन, शोक प्रतिनिधि, अररियाबीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के अवकाश प्राप्त डीन प्रो विजेंद्र नाथ शरण का निधन रविवार को पटना के एक निजी अस्पताल में हो गया. प्रो शरण का अररिया से गहरा रिश्ता था. शहरवासी उन्हें विजय भैया के नाम से जानते थे. वे जिले के जाने-माने वकील स्व रामेश्वर शरण उर्फ लल्लू बाबू के 10 पुत्र-पुत्रियों में एक थे. 86 वर्षीय प्रो शरण का अंतिम संस्कार मंगलवार को मनिहारी घाट पर हुआ. उनके पार्थिव शरीर को सोमवार की शाम पूर्णिया के मधुबनी स्थित निवास पर लाया गया था. उनके भाई शैलेंद्र नाथ शरण उर्फ बुल्लू जी से मिली जानकारी के अनुसार प्रो शरण पूर्णिया कॉलेज के संस्थापक प्रोफेसर्स में से एक थे. उन्होंने अररिया उच्च विद्यालय से मैट्रिक, टीएनबी कॉलेज से स्नातक व पटना विश्वविद्यालय से वनस्पति शास्त्र में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की थी. वर्ष 1969-70 में अररिया हाई स्कूल का सचिव रहते हुए विद्यालय की आमदनी बढ़ाने के लिए उन्होंने बाहरी परिसर में दुकानें बनवायी.उन्हें आपातकाल का विरोध करने के कारण 1975 में मीसा लगा कर जेल भेजा गया था. जेपी आंदोलन में उनका सक्रिय योगदान रहा था. हालांकि वे खुद सोशलिस्ट विचारधारा के थे, पर 1977 में जब अटल बिहारी वाजपेयी एक जनसभा को संबोधित करने पूर्णिया आये थे तो उनका विश्राम प्रो शरण के निवास पर ही हुआ था. प्रो शरण अपने पीछे पत्नी व चार पुत्र-पुत्रियों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं.
BREAKING NEWS
नहीं रहे बीएन मंडल वश्विवद्यिालय के पूर्व डीन, शोक
नहीं रहे बीएन मंडल विश्वविद्यालय के पूर्व डीन, शोक प्रतिनिधि, अररियाबीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के अवकाश प्राप्त डीन प्रो विजेंद्र नाथ शरण का निधन रविवार को पटना के एक निजी अस्पताल में हो गया. प्रो शरण का अररिया से गहरा रिश्ता था. शहरवासी उन्हें विजय भैया के नाम से जानते थे. वे जिले के जाने-माने […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement