जब मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने घोषणा करने का निर्णय लिया तो जदयू द्वारा न्यायालय में मुकदमा दर्ज कर शिक्षकों की मांग को रोकने का काम किया गया. लोकसभा चुनाव से पूर्व राजद के घोषणा पत्र में भी यह शामिल था. आज जब दोनों पार्टी एक मंच पर आये हैं तो आखिर किस हालात में वेतनमान को रोकने का काम कर रही है.
संघ के जिलाध्यक्ष निरंजन कुमार ने कहा कि राज्य में जिस तरह की राजनीति चल रही है. उसमें नियोजित शिक्षकों को आश्वासन पर रखना राज्यहित में नहीं है.
संघ के द्वारा चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा. पुतला दहन में अमरेंद्र कुमार, धरणीधर यादव, अमीन राणा राकेश सिंह, विनोद कुमार, जहांआरा, नूतन सिंह, प्रवीण कुमार, अजय, सुमन सिंह, बौआ रजक, अब्दुल बांकी रहमानी, गणोश रजक, मनमोहन कुमार, मुमताज आरा, सुभाष कुमार, पंकज कुमार, बंधन पासवान, बसंत कुमार, सुरेंद्र कुमार, संजय कुमार सुमन, अजीत कुमार, राजेश रंजन, पवन शर्मा, चंदन पासवान, पिंटू शर्मा, प्रभाष कुमार, उमेश पासवान, अरविंद कुमार सहित अन्य शामिल थे.