सहरसा सदर: अपनी 16 वर्षीय नाबालिग पुत्री की बरामदगी की मांग को लेकर पिछले तीन दिनों से अनशन पर बैठी लाचार व बेबस मां की पुकार की सुधि लेने अब तक कोई भी जिला प्रशासन के अधिकारी या कर्मी नहीं आये हैं. मालूम हो कि सत्तरकटैया प्रखंड क्षेत्र के बरहसैर से एक 16 वर्षीय नाबालिग लड़की का अपहरण किये जाने के बाद अपहरणकर्ता के विरुद्ध लड़की के पिता द्वारा 18 दिसंबर को ही बिहरा थाना में 220/14 कांड संख्या दर्ज कराया गया था.
नामजद अभियुक्त होने के बावजूद स्थानीय थाना पुलिस द्वारा लड़की की बरामदगी व अपहरणकर्ता की गिरफ्तारी को लेकर कोई भी प्रयास नहीं किया गया. मां रीना चौधरी ने कहा कि अपनी बेटी की वापसी को लेकर उन्होंने स्थानीय थाने से लेकर एसपी, डीआइजी तक से गुहार लगायी, लेकिन कहीं से भी पुलिस प्रशासन द्वारा अपहरणकर्ता की गिरफ्तारी व उनकी बेटी की बरामदगी को लेकर अब तक ठोस पहल शुरू नहीं किया जा सका. अंत में थक हार कर वे अनशन पर बैठ अपनी बेटी की वापसी की गुहार जिला व पुलिस प्रशासन के लोगों से लगा रही है.
अनशनकारी मां की हालत को देख कई दलों के लोगों ने भी नैतिक समर्थन देते पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाया है. अनशन पर बैठी पीड़िता ने कहा कि आरोपी के दबंग व आपराधिक प्रवृत्ति होने व पुलिस प्रशासन उन लोगों से सांठ-गांठ कर अपहरणकर्ता को बचाने में लगी है. वही बेटी के इंतजार में मां व उनका पूरा परिवार सदमे से जूझ रहा है. अनशनकारी के समर्थन में लोगों ने कहा कि शुक्रवार को एसपी के आवास को घेर लड़की की बरामदगी को लेकर प्रदर्शन किया जायेगा. अनशनकारी के समर्थन में धरना पर बैठने वालों में बसपा के गणोशी राम, योगेंद्र पासवान, कांग्रेस के परशुराम ठाकुर, दिनेश यादव, त्रिफुल देवी, पवन कुमार, रितेश कुमार, फुलेश्वर राम, शाहनवाज हुसैन आदि शामिल थे.