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सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण बनने लगा बड़ा व्यापार

सहरसा : शहरी क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण अब धीरे धीरे बड़ा व्यापार बनने लगा है. दबंग सरकारी जमीन पर कब्जा कर उसे भाड़े पर लगाने का काम कर रहे हैं. जबकि कुछ लोग इस कब्जा की जमीन को दूसरे के हाथों बेचने तक के काम को अंजाम दे रहे हैं. अतिक्रमणकारियों का एक […]

सहरसा : शहरी क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण अब धीरे धीरे बड़ा व्यापार बनने लगा है. दबंग सरकारी जमीन पर कब्जा कर उसे भाड़े पर लगाने का काम कर रहे हैं. जबकि कुछ लोग इस कब्जा की जमीन को दूसरे के हाथों बेचने तक के काम को अंजाम दे रहे हैं. अतिक्रमणकारियों का एक बड़ा नेटवर्क शहरी क्षेत्र में काम करने लगा है.

जो शहर की मुख्य सड़कों के किनारे खाली पड़ी जमीन को कब्जा करने में जुटा है. पूरा शहरी क्षेत्र अतिक्रमणकारियों की चपेट में लगभग आ चुका है. जिन सरकारी जगहों पर अतिक्रमण पूरी तरह नहीं हो पाया है.

वहां भी अब यह तेज गति से होने लगा है. जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमणकारियों पर कड़ा रुख नहीं अपनाने के कारण अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं. अतिक्रमणकारी हर दिन नये जगहों पर अतिक्रमण कर छोटी-बड़ी दुकान सजाने में व्यस्त हैं. इन दिनों अतिक्रमणकारियों का रुख रमेश झा महिला कॉलेज से लेकर वीर कुंवर सिंह चौक होते हुए समाहरणालय तक लगा है.

अतिक्रमण महिला कॉलेज से लेकर राजकीय कन्या उच्च विद्यालय तक पूरी तरह फैल चुका है, जो धीरे-धीरे सदर अस्पताल मोड़ तक पहुंचता जा रहा है. इस मुख्य सड़क किनारे छात्राओं के उच्च शिक्षण के लिए दो बड़े केंद्र हैं. इसके कारण यह छात्राओं के लिए भी बड़ी परेशानी का सबब बन गया है.

सड़क किनारे अतिक्रमण कर बनाये गये विभिन्न तरह की दुकानों पर असामाजिक तत्वों का दिन भर जमावड़ा लगा रहता है. ये छात्राओं को छेड़ने से भी बाज नहीं आते हैं. इस भयभीत माहौल में शिक्षा प्राप्त करना संभव नहीं प्रतीत होता है. इस भय से छात्राएं कॉलेज व विद्यालय आने से परहेज करने लगी हैं.

प्रशासन के हटाने के बाद भी सजती है दुकानें

महिला कॉलेज से लेकर राजकीय कन्या उच्च विद्यालय तक कई बार जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण को हटाया गया. लेकिन दूसरे ही दिन अतिक्रमण फिर से लगने लगा है. जिला प्रशासन की कार्रवाई का अतिक्रमणकारियों पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है. अतिक्रमणकारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि इन सरकारी जमीनों की वे खरीद बिक्री तक करने लगे हैं.

वीर कुंवर सिंह चौक स्थित सरकारी जमीन पर कई अतिक्रमित दुकानें मासिक किराये पर पर लगाये हुए हैं. जिनका मासिक किराया दुकानदार से वसूला जाता है. अतिक्रमित जगहों पर विभिन्न प्रकार की दुकान सजने से असामाजिक तत्वों का जमावड़ा भी लगा रहता है.

शहर के इस क्षेत्र में छात्राओं के उच्च शिक्षा के लिए दो बड़े शिक्षण केंद्र होने से असामाजिक तत्वों का छात्राओं पर फब्तियां कसना आम बात हो गयी है. इसके कारण शिक्षण संस्थान में छात्राएं आने से बचने लगी है. जो अब यदा-कदा ही कॉलेज एवं विद्यालय आना चाहती है. इससे उनके उच्च शिक्षा की गुणवत्ता कम होने की आशंका जतायी जाने लगी है.

अतिक्रमण हटाने की जल्द होगी कार्रवाई: नप कार्यपालक पदाधिकारी प्रभात रंजन ने बताया कि महिला कॉलेज से लेकर समाहरणालय तक अतिक्रमण को जल्द हटाने का काम शुरू किया जायेगा. उन्होंने बताया कि विभागीय आदेश के अनुसार जिस विभाग की सरकारी जमीन है, उस विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए आवेदन किया जाना अनिवार्य है.

इसके बाद ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जानी है. उन्होंने बताया कि चुनाव से पूर्व आरसीडी एवं पीडब्लूडी द्वारा जमीन अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर आवेदन दिया गया था. जिस आलोक में सदर एसडीओ से अतिक्रमण हटाने के लिए फोर्स की मांग की गयी थी. चुनाव होने के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाया था.

उन्होंने बताया कि एक बार फिर से इन जगहों से अतिक्रमण हटाने के लिए सदर एसडीओ से परमिशन की मांग की जा रही है. परमिशन मिलते ही इन जगहों के अतिक्रमण पूरी तरह खाली होंगे. साथ ही शहर के अन्य सड़कों किनारे किये गये अतिक्रमण को भी मुक्त कराया जायेगा. उन्होंने बताया कि सड़कों से अतिक्रमण हटाना उनकी प्राथमिकता में है.

फेसबुक पोस्ट पर विवाद प्रशासन ने दिखायी तत्परता

बनमा इटहरी : ओपी क्षेत्र के सरबेला गांव मेंं एक आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट के विवाद को लेकर रविवार की देर रात्रि दो पक्षों के बीच मामला तूल पकड़ने लगा. फेसबुक पोस्ट की बातों को एक पक्ष के लोगों ने अपने धर्म पर ठेस पहुंचने की बात कही और आक्रोशित होने लगे. आसपास के लोग एक जगह एकत्रित होने लगे.

जिसकी सूचना पर एसडीपीओ मृदुला कुमारी, एसडीओ वीरेंद्र कुमार, पुलिस सर्कल इंस्पेक्टर राजेश्वर सिंह ने तत्परता दिखाते हुए आक्रोशित लोगों से गंभीरतापूर्वक बातचीत कर मामले को शांत किया. साथ ही फेसबुक आइडी के संचालक सरबेला चकला निवासी 70 वर्षीय सेवानिवृत इंजीनियर पन्नेलाल प्रसाद सिंह को गिरफ्तार कर लिया और सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से रातों रात सलखुआ थाना भेज दिया.

आक्रोश पर काबू पाने के लिए स्थानीय पुलिस के अलावे जिला से अधिक संख्या मेंं पुलिस बल बुलाकर अनुमंडल प्रशासन एसडीपीओ मृदुला कुमारी के नेतृत्व मेंं रातभर गस्ती करती रही. जिसमेंं सलखुआ थाना एएसआई पतरिंग पासवान, सोनवर्षाराज एएसआई शाहिद खान, काशनगर ओपी एएसआई जयंत कुमार सिंह, सिमरी बख्तियारपुर एएसआई अनिल कुमार, बनमा ईटहरी ओपी अध्यक्ष रूदल कुमार भी शामिल थे.

रातभर निरंतर गस्ती के बाद विधि व्यवस्था को संतुलित किया गया. फेसबुक पोस्ट के मामले मेंं ओपी अध्यक्ष ने बताया कि सरबेला निवासी मो इरफान आलम के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. जिसके आलोक मेंं पन्नेलाल प्रसाद सिंह को गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायालय भेजा गया है.

इधर गांव मेंं विधि व्यवस्था को कायम रखने के लिए सीआईएसएफ की एक टोली के साथ भारी संख्या मेंं महिला पुलिसबल एवं एसडीओ के द्वारा दंडाधिकारी के रूप मेंं नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी सिमरी बख्तियारपुर अरविंद कुमार, सीओ बनमा ईटहरी अक्षयवट तिवारी, सीआई संतोष झा को नियुक्त किया गया है.

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