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एबी स्विच का इस्तेमाल नहीं

सासाराम (शहर) : शहर के लोग इन दिनों बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं. कहने को तो बिजली की सप्लाई 20 से 21 घंटे होती है, परंतु उपभोक्ता तक पहुंचते-पहुंचने मात्र 10 से 12 घंटे की हो जाती है. बीच के कई घंटे शट डाउन व मेन स्विच ऑफ, ट्रांसफॉमर खराब, तार टूटना आदि […]

सासाराम (शहर) : शहर के लोग इन दिनों बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं. कहने को तो बिजली की सप्लाई 20 से 21 घंटे होती है, परंतु उपभोक्ता तक पहुंचते-पहुंचने मात्र 10 से 12 घंटे की हो जाती है. बीच के कई घंटे शट डाउन व मेन स्विच ऑफ, ट्रांसफॉमर खराब, तार टूटना आदि में खत्म हो जाती है. शहर में लगभग दो सौ पचास की संख्या में ट्रांसफॉर्मर लगे हैं.
जिसमें एबी स्विच लगा है. ट्रांसफॉर्मर में किसी तरह की खराबी आने पर बावजूद इसके विद्युतकर्मी स्विच का प्रयोग नहीं कर फीडर बंद करना मुनासिब समझते हैं. एक ट्रांसफॉर्मर से जुड़े लोगों की समस्या पूरे फीडर से जुड़े उपभोक्ता की समस्या बन जाती है. जरूरत किसी एक की होती है पर परेशान सभी को होना पड़ता है. विद्युतकर्मी भी एबी स्विच का प्रयोग करते, तो शायद ऐसा नहीं होता. हालांकि यह भी गौर करने वाली बात है कि पूरे शहर में लगभग 50 ट्रांसफॉर्मरों का एबी स्विच खराब पड़ा है. जिस ओर किसी अधिकारी का ध्यान नहीं है.
क्या है एबी स्विच: यह ट्रांसफॉर्मर में लगाया जाता है. ट्रांसफॉर्मर से जुड़े बिजली सप्लाई को बंद करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है. ट्रांसफॉर्मर से हुई किसी भी खराबी के समय स्विच को बंद कर कार्य किया जा सकता है. इससे संबंधित उपभोक्ता ही प्रभावित होंगे.
परंतु, एक फीडर से लगभग 40 से 50 ट्रांसफॉर्मर जुड़े होते हैं. फीडर बंद करने के कारण इससे जुड़े सभी उपभोक्ताओं की बिजली सप्लाई बंद हो जाती है. बिजली कर्मियों द्वारा इसका इस्तेमाल शायद ही कभी किया जाता है. इस कारण उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ती है. शहर के छह फीडरों के बीच लगभग 250 ट्रांसफॉर्मर लगाये गये हैं. इन दिनों पचास से अधिक ट्रांसफॉर्मरों के एबी स्विच नदारत है. इस्तेमाल नहीं होने के कारण भी कई एबी स्विच खराब हो गये हैं.

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