प्रतिनिधि, बिक्रम
सोमवार को बालू लदे वाहनों की दो किलोमीटर लंबी कतार लग जाने से करीब दो घंटे तक सड़क जाम हो गया. इस वजह से ड्यूटी जाने वाले कर्मी, परीक्षार्थी और स्कूली बच्चे सभी परेशान रहे. जाम लगने का मुख्य कारण एक तो सड़क का कम चौड़ा होना, ऊपर से सड़क पर बालू लदे वाहनों को पार्किंग करने से जाम की समस्या रोजाना की बन गयी है.
बालू के भारी वाहनों के परिचालन की वजह से स्टेट हाइवे 2, महाबलीपुर बिहटा रोड, एन एच 139 एवं सोन कैनाल नहर जाम में रोज कराह रहा है. जाम के कारण मोटरसाइकिल चालकों की भी चलना तक मुश्किल हो गया है.
प्रतिदिन चार से पांच हजार वाहन बालू लोड कर पटना की ओर जाते हैं. साथ ही दूसरे जिलों में आने-जाने के कारण हर रोज दर्जनों वाहन बिक्रम प्रखंड की ओर से होकर गुजरती हैं. ऐसे में ट्रैफिक सिस्टम का पटरी पर लाना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है. वहीं बिक्रम के शहीद चौक, खोरेठा गोलंबर, आसपुरा लख के पास गलत तरीके से वाहन चलाने से भी सड़क पर जाम लग जाता है. अधिवक्ता सह पूर्व सैनिक राम नाथ सिंह कहते है कि जाम के कारण प्रायः कोर्ट जाने में लेट हो जाता है. एकीकृत यातायात निगरानी एवं नियंत्रण प्रणाली सैटेलाइट से निगरानी होनी चाहिए. जहां पक्का रोड प्लैंक खाली जगह हो या गंतव्य स्थान पर जांच ही वाहनों की जांच होनी चाहिए. बस वाहन मालिक चंदन कुमार ने बताया कि सड़क पर फुटपाथ हो या पुल सभी पर अतिक्रमण के कारण भी जाम लगता है. नगर पंचायत को चाहिए कि फुटपाटी दुकानदारों को कहीं जगह देकर बाजार लगाये, मुख्य सड़क को अतिक्रमण से बचाए.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है