New Delhi Railway Station : नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात करीब 10 बजे भगदड़ मची और दर्जन भर से अधिक लोगों की इस हादसे में मौत हो गयी. मरने वालों में बिहार के भी कई यात्री शामिल हैं. उनके परिजन अस्पताल में चित्कार पार रहे हैं. दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई इस भगदड़ में किस तरह पलक झपकते ही उन्होंने अपने परिवार के लोगों को खो दिया, उसके बारे में बताया है. किसी ने इस हादसे में अपनी मां को खोया तो किसी ने पत्नी और बेटी को खो दिया.
भगदड़ के बारे में पीड़ितों ने बताया
नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के बारे में बिहार के रहने वाले एक युवक ने मीडिया से बातचीत में बताया कि आदमी के ऊपर आदमी चढ़ रहे थे. जो दबे हुए थे उसके ऊपर भी लोग चढ़ रहे थे. मेरी मामी को भी अस्पताल लाया गया है. वहीं बिहार के छपरा निवासी युवक ने बताया कि अपने परिवार के कई लोगों के साथ वह अपने घर बिहार लौट रहा था. इस हादसे में उसकी मां की मौत हो गयी.
पत्नी और बेटी को खोने का दर्द
बिहार के नवादा निवासी राजकुमार मांझी ने कहा कि वो अपनी पत्नी और दो बच्चों को लेकर दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. सभी घर जा रहे थे. टिकट लेकर वो बढ़े लेकिन भीड़ काफी थी. भगदड़ में पत्नी शांति देवी और बेटी पूजा की मौत हो गयी. बेटी की उम्र काफी कम है. इस भगदड़ में उसका बेटा लापता है. राजकुमार का कहना है कि उसके बेटे की मौत नहीं हुई है किसी ने उसे बचा लिया लेकिन वो बेटे को ढूंढ रहा है.
बिहार की महिला ने कहा- देवरानी की हुई मौत
बिहार की रहने वाली एक महिला ने बताया कि वो अपने परिवार के लोगों के साथ नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंची थी. उन लोगों को प्रयागराज जाना था. लेकिन रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गयी और उनकी देवरानी की भी मौत इस हादसे में हो गयी. महिला अपनी देवरानी की डेड बॉडी लेने अस्पताल गयी थी. उसने कहा कि उसकी देवरानी के साथ ही बेड पर और भी शव हैं.