देवेश कुमार/ Muzaffarpur News. चिलचिलाती धूप और पसीने से तरबतर वर्दी… यह मुजफ्फरपुर शहर के ट्रैफिक सिपाहियों की रोजमर्रा की कहानी है. लेकिन, इन मुश्किल हालातों में भी कुछ चेहरे ऐसे होते हैं, जो अपने कर्तव्य को न केवल निभाते हैं, बल्कि मुस्कुराहट और मानवीय स्पर्श से उसे खास बना देते हैं. ऐसा ही एक नजारा तब देखने को मिला, जब महापौर निर्मला साहू ने लक्ष्मी चौक के समीप अपनी ड्यूटी निभा रहे ट्रैफिक सिपाही अरविंद कुमार मिश्रा को सम्मानित किया.
अरविंद कुमार मिश्रा हैं होमगार्ड के जवान
अरविंद कुमार मिश्रा होमगार्ड के जवान हैं. महापौर ने स्वयं उस सिपाही के पास पहुंचकर उन्हें अंग वस्त्र ओढ़ाया और उनके कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की. इस सिपाही की पहचान केवल यातायात को सुगम बनाना ही नहीं है, बल्कि उनकी मधुर मुस्कान और लोगों से विनम्रता से पेश आने का तरीका भी है. भीड़भाड़ वाले चौराहों पर भी उन्हें लोगों से हंसकर बात करते और बिना किसी तनाव के यातायात को नियंत्रित करते हुए अक्सर देखा जाता है. यह उनकी कार्यशैली ही है जो लोगों को सहज महसूस कराती है और यातायात व्यवस्था को बनाये रखने में सहायक होती है. इस मौके पर पार्षद केपी पप्पू और शिवशंकर प्रसाद साहू सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे, जिन्होंने भी सिपाही के समर्पण भाव की प्रशंसा की.
वर्दी के पीछे भी होता है एक संवदेनशील इंसान
यह सम्मान न केवल उस ट्रैफिक सिपाही के लिए गर्व का क्षण था, बल्कि यह मानवता और कर्तव्य के सुंदर समन्वय का भी प्रतीक था. तपती धूप में भी मुस्कुराकर अपने कर्तव्य का पालन करना और लोगों के साथ मधुर व्यवहार बनाए रखना, निश्चित रूप से एक सराहनीय कार्य है. महापौर का यह कदम न केवल उस सिपाही का मनोबल बढ़ायेगा, बल्कि अन्य पुलिस कर्मियों को भी प्रेरित करेगा कि वे अपने कार्य को मानवीय संवेदनाओं के साथ करें. महापौर ने कहा कि वर्दी के पीछे भी एक संवेदनशील इंसान होता है, जो अपने काम को सिर्फ ड्यूटी नहीं, बल्कि सेवा भाव से करता है. इनका सम्मान भी जरूरी है.