Bihar Politics: केंद्र सरकार ने पूरे देश में जातिगत जनगणना कराने का ऐलान किया है. अब ऐसे में बिहार के साथ-साथ पूरे देश में राजनीतिक हलचल तेज है. बीते दिन मोतिहारी के बापू सभागार में वीआईपी पार्टी के जोन कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस दौरान पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी ने चिराग पासवान पर निशाना साधते हुए कहा कि चिराग ने एक इंटरव्यू में जातिय जनगणना को सार्वजनिक न करने की बात कही थी. उन्होंने चिराग को याद दिलाया कि उनके पिता राम विलास पासवान आरक्षण की लड़ाई अंतिम सांस तक लड़ते रहे. मुकेश सहनी ने चिराग को आगाह करते हुए कहा कि बीजेपी के साथ जाने से पहले वे एक बार घर से बेघर हो चुके हैं.
चिराग पासवान ने क्या कहा था?
केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में जातीय जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि देश में जातीय जनगणना कराना जरूरी है. क्योंकि कई बार सरकार के द्वारा फंड दिया जाता है लेकिन उसका उपयोग नहीं हो पाता है. किस जाति के कितने प्रतिशत लोग हैं. इसका डाटा होना जरूरी है. जातिगत जनगणना जरूर कराई जाए, लेकिन उसके आंकड़े सार्वजनिक न किए जाएं. उनका दावा किया कि इन आंकड़ों के सार्वजनिक होने के बाद समाज में विभाजन और नफरत की स्थिति पैदा हो सकती है.
ओवैसी के बिहार दौरे पर सहनी का तंज
वहीं, कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर मुकेश सहनी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कहा कि मासूम लोगों की जान जाना गृह मंत्रालय की विफलता है. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बिहार दौरे पर मुकेश सहनी ने हमला करते हुए कहा कि उनका बिहार आना महत्वहीन है. बिहार की जनता उनके मकसद को समझ चुकी है.
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