Bihar Rain Alert: बिहार के आसमान पर एक बार फिर बादल मंडराने लगे हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार, 19 मई 2025 को राज्य के 17 ज़िलों के लिए चेतावनी जारी की है. इनमें 12 ज़िलों—अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सुपौल, पूर्णिया, सहरसा, कटिहार, बांका, भागलपुर, जमुई, लखीसराय, मुंगेर और खगड़िया- को ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है, जबकि शेष 5 ज़िले- मधुबनी, शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण को येलो अलर्ट के दायरे में रखा गया है. इन क्षेत्रों में अगले 24 घंटों के भीतर 40–50 किमी/घंटा की रफ़्तार से तेज़ हवाएं चलने, भारी बौछारें पड़ने और आकाशीय बिजली गिरने की प्रबल संभावना जताई गई है.
राजधानी पटना सहित शेष जिलों में फिलहाल मौसम शुष्क रहेगा, पर पूर्वी हवाओं के चलते तापमान में तीखी बढ़ोतरी के आसार नहीं हैं. आईएमडी का अनुमान है कि अधिकतम पारा 34–36 डिग्री सेल्सियस के बीच स्थिर रह सकता है. हालांकि हवा में घुली नमी उमस बढ़ा सकती है, जिससे लोग चिपचिपी गर्मी का सामना करेंगे.
रविवार को वज्रपात से 6 लोगों की मौत
अभी रविवार को ही मौसम ने करारा प्रहार किया. तेज़ आंधी‑बारिश और वज्रपात ने राज्य में छह जिंदगिया निगल लीं और चार लोगों को घायल कर दिया. अररिया में वज्रपात से दो ग्रामीणों की मौत हुई, वहीं मधेपुरा में तीन लोग बिजली की चपेट में आ गए. जमुई के खैरा प्रखंड में एक महिला तेज़ आंधी के दौरान पेड़ गिरने से दब गई और दम तोड़ बैठी.
चार दिन सताएगा अस्थिर मौसम
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर और पूर्वी बिहार पर बने चक्रवाती परिसंचरण के कारण कम से कम अगले चार दिन राज्य के कई हिस्सों में आंधी‑बारिश और ठनका गिरने का सिलसिला जारी रह सकता है. किसानों और आम नागरिकों को सलाह दी गई है कि बिजली चमकते समय खुले स्थानों, ऊंचे पेड़ों अथवा बिजली के खंभों से दूर रहें. शासन‑प्रशासन ने जिला आपदा प्रबंधन दलों को सतर्क कर दिया है.
बीते 24 घंटे में कहीं झमाझम तो कहीं बूंदाबांदी देखने को मिला
रविवार को मधेपुरा, किशनगंज, सुपौल, पूर्णिया और कटिहार में धुआंधार बारिश दर्ज हुई. बांका व अररिया में हल्की फुहारें पड़ीं. समस्तीपुर में सुबह की तूफ़ानी बारिश ने गर्मी से राहत दिलाई, जबकि पटना व लखीसराय में बादलों की आवाजाही ने पारे को 3-4 डिग्री तक नीचे खिसका दिया.
तापमान का रौद्र‑मधुर खेल
बीते दिन नौ ज़िलों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री से नीचे रहा. रोहतास 40 डिग्री के साथ सबसे गर्म ज़िला तो रहा, पर यहां भी पारा तीन डिग्री गिरा. गया 38.7 डिग्री पर ठहरा, जहां उमस ने लोगों का पसीना छुड़ा दिया. सबसे राहत भरा रहा बांका, जहां अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया.
सजग रहिए, सुरक्षित रहिए
आईएमडी और राज्य आपदा प्रबंधन ने लोगों से अपील की है कि मौसम अलर्ट पर गंभीरता से अमल करें. खेतों‑खलिहानों में काम कर रहे किसान, स्कूल जाते बच्चे और खुले में यात्रा करने वाले सभी लोग वज्रपात से बचाव के उपाय- जैसे सुरक्षित भवन में शरण लेना, मोबाइल‑चार्जर से दूरी, और धातु के सामान से परहेज़ अवश्य अपनाएं. थोड़ी‑सी सतर्कता आपका और अपनों का जीवन बचा सकती है.