Electricity In Bihar: बिहार के लोगों को सुरक्षित और बिना किसी रुकावट के बिजली मिले, इसे लेकर सरकार की तरफ से कई पहल किये जा रहे हैं. ऐसे में खबर पटना जिले के लोगों से जुड़ी है. दरअसल, पूरे शहर में अंडरग्राउंड केबलिंग के काम में तेजी ला दी गई है. यह काम पूरा हो जाने से लोगों को झूलते हुए तारों से राहत मिल सकेगी. राज्य सरकार की तरफ से इस काम को 2027 तक पूरा कर लेने का लक्ष्य तय किया गया है.
इतने करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना
बिजली कंपनियों की माने तो, पटना में लगभग 8 लाख लोगों को अंडरग्राउंड केबल के जरिये बिजली दी जायेगी. इस काम को पूरा करने में लगभग 292 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना जताई जा रही है. मालूम हो, साल 2025 के जनवरी में ही इसे लेकर डीपीआर तैयार कर लिया गया था. अब तक सगुना मोड़, वीरचंद पटेल पथ, बोरिंग रोड, स्टैंड रोड और पाटलिपुत्र के इलाकों में केबलिंग का काम पूरा किया जा चुका है.
इन जगहों पर अंडरग्राउंड केबलिंग का काम बाकी
जानकारी के मुताबिक, पटना के कई इलाके जैसे कि बांकीपुर और डाकबंगला के अलावा भी कई जगहों पर आने वाले दिनों में अंडरग्राउंड केबलिंग का काम पूरा किया जायेगा. इसके अलावा अलग-अलग हिस्सों में पावर सब-स्टेशन और रिंग मेन यूनिट भी बनाया जा रहा है. इस काम की जिम्मेदारी एक निजी एजेंसी को दी गई है.
अंडरग्राउंड केबलिंग से हो सकेंगे ये फायदे
पटना में अंडरग्राउंड केबलिंग से होने वाले फायदे की बात करें तो बार-बार ब्रेकडाउन, शॉर्ट सर्किट, बिजली की चोरी के साथ-साथ अन्य समस्याओं का हल हो सकेगा. इस काम का उद्देश्य लोगों तक सुरक्षित और बिना किसी रुकावट के बिजली पहुंचाना है. इस तरह से राज्य सरकार और स्मार्ट सिटी की यह पहल लोगों के लिये बेहद खास मानी जा रही है.

