सोनिया गांधी से इस विषय पर अप्रैल में मिल कर बात हो चुकी है. शुक्रवार को उन्होंने विभिन्न पार्टियों को लंच पर आमंत्रित किया था और जदयू की ओर से पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव उसमें शामिल हुए. उनके इसमें नहीं जाने की गलत व्याख्या की जा रही है. पिछले ही दिनों साफ कर दिया गया थी जदयू की ओर से शरद यादव उसमें शामिल होंगे.
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अप्रैल में सोनिया गांधी से मिले, अब मई में पीएम मोदी से मिलेंगे नीतीश कुमार
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. मुख्यमंत्री गंगा की निर्मलता, अविरलता और गाद की समस्या को लेकर प्रधानमंत्री से बातचीत करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी यह मुलाकात मॉरिशस के प्रधानमंत्री के सम्मान में आयोजित भोज के बाद होगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री को […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. मुख्यमंत्री गंगा की निर्मलता, अविरलता और गाद की समस्या को लेकर प्रधानमंत्री से बातचीत करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी यह मुलाकात मॉरिशस के प्रधानमंत्री के सम्मान में आयोजित भोज के बाद होगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री को पत्र भेज कर मुलाकात के लिए आग्रह किया है.
कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि लंच के बाद कुछ देर के लिए वे उनसे मिलना चाहते हैं और इसके लिए पत्र भी भेज दिया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा की अविरलता व गाद की समस्या है और जिस कारण बिहार में पिछले साल बाढ़ का प्रकोप हुआ था. इन सवाल को बिहार सरकार बार-बार उठा रही है. इससे प्रधानमंत्री को भी अवगत कराया जा चुका है. गंगा की अविरलता को लेकर पटना और दिल्ली में कॉन्फ्रेंस हो चुके हैं.
राज्य सरकार की अपील पर एक कमेटी ने गाद की समस्या को देखी है, उस पर अपनी राय दी, लेकिन कमेटी ने स्थल का निरीक्षण नहीं किया, फिर भी उन्होंने गाद की समस्या की बात की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में फिर से बाढ़ आने का खतरा है. ऐसी परिस्थिति में गाद प्रबंधन के बारे में एक राष्ट्रीय नीति बननी चाहिए. आशंका है कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश में ज्यादा बारिश हुई तो फिर बाढ़ आ जायेगी. अगर मध्यप्रदेश में भारी बारिश हुई तो सोन में भी उफान आयेगा. इसलिए प्रधानमंत्री से आग्रह करने वाले हैं कि मॉनसून के पूर्व 10 जून के पहले एक विशेषज्ञ की टीम गाद की समस्या को देखे.
सिल्ट हटाने की नहीं, मैनेजमेंट की कर रहे बात सीएम ने कहा कि सरकार सिल्ट को हटाने की नहीं, सिल्ट मैनेजमेंट की बात कर रही है. गंगा का जो सिल्ट है, वह पानी के बहाव के साथ बहता था. अब वह बहाव ऊपर में कई बांध व बराज बनने से रुका और नीचे फरक्का के चलते अवरूद्ध हो गया. उन्होंने कहा कि नेशनल वाटर-वे नंबर वन है. अगर ड्रेजिंग करके वाटर-वे बनेगा तो अगले साल वह फिर से ध्वस्त हो जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि चितले कमेटी ने भी कहा है कि समस्या है. उन्होंने कहा कि नमामी गंगे का प्रोजेक्ट है, जिसमें निर्मलता व अविरलता की बात है, लेकिन इसमें निर्मलता पर ध्यान ज्यादा है. न मुलाकात की बात थी, न ही राष्ट्रपति चुनाव की कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा आयोजित विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं होने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि न कोई मुलाकात की बात थी और न ही कोई राष्ट्रपति चुनाव की बात थी.
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