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नीतीश बोले, गरीब राज्य से जो बन पड़ेगा करेंगे, सत्कार में बिहार पीछे नहीं रहेगा

पटना : गुरु गोविंद सिंह जी के जन्म दिवस पर मनाये जाने वाले 350वें प्रकाश पर्व के मद्देनजर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सिख सम्मेलन आज से पटना में शुरू हो गया. इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के शामिल हुए. अंतर्राष्ट्रीय सिख समागम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश […]

पटना : गुरु गोविंद सिंह जी के जन्म दिवस पर मनाये जाने वाले 350वें प्रकाश पर्व के मद्देनजर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सिख सम्मेलन आज से पटना में शुरू हो गया. इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के शामिल हुए. अंतर्राष्ट्रीय सिख समागम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार की पावन धरती पर देश-विदेश से आये अंतर्राष्ट्रीय सिख सम्मेलन के प्रतिनिधियों का स्वागत है. आप सभी अगवत होंगे की आगामी 30 दिसम्बर से 10 जनवरी 2017 तक पटना साहिब में श्री गुरु गोविन्द सिंह जी का 350वां प्रकाश पर्व काफी धूमधाम से मनाया जाना है. श्री गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज का जन्म 22 दिसम्बर 1666 को पटना साहिब की पावन धरती पर हुआ था.

अंतर्राष्ट्रीय सिख सम्मेलन का आयोजन

उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर के मद्देनजर बिहार सरकार के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सिख सम्मेलन का आयोजन पटना में आज से 24 तक किया जा रहा है. इस सम्मेलन का उदे्श्य देश एवं दुनिया से सिख समाज के प्रख्यात विद्धतजन, प्रतिनिधिगण, चिन्तक, कलाकार आदि के साथ-साथ सभी समुदायों के प्रतिनिधयों को एक मंच पर लाना है जहां सब मिलकर सर्ववंश दानी दममेश पिता श्री गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज के जीवनवृत, उपदेश, विचार और कृत्यों को साझा कर उसपर चर्चा कर सकें ताकि आज की पीढी उन उच्च आदर्शों से अगवत हो सके और प्रेरणा ले सके. इस सम्मेलन में 23 एवं 24 सितम्बर को सिख धर्म साहित्य एवं संस्कृति से जुडे चार विषयों पर देश विदेश के विद्वानों के द्वारा परिचर्चा की जायेगी.

हमें गर्व है गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म बिहार में हुआ-नीतीश

नीतीश ने कहा कि बिहार गौरवशाली इतिहास और संपन्न विरासत से परिपूर्ण है. यहां की विरासतों से पर्यटकों का अगवत कराने हेतु राज्य में विभिन्न पर्यटन परिपथों का विकास किया जा रहा है. इनमें बौद्ध परिपथ, रामायण परिपथ, सूफी परिपथ, जैन परिपथ, सिख परिपथ, शिव परिपथ, शक्ति परिपथ एवं गॉधी परिपथ महत्वपूर्ण है. नीतीश ने कहा कि हमें गर्व है कि गुरु गोविंद सिंह महाराज का जन्म पटना साहिब में हुआ. सिख धर्म में पटना साहिब का विशेष महत्व है. गुरु गोविंद सिंह महाराज सर्ववंश दानी, सत सिपाही, महान योद्धा, सफल नेतृत्वकर्ता, सामाजिक, अध्यात्मिक, राजनीतिक चिंतक, श्रेष्ठ साहित्यकार, बहुभाषी विद्वान, दया, क्षमा, प्रेम, विनम्रता, परोपकार आदि सदगुणों से संपन्न एक आदर्श व्यक्तित्व थे जिनसे प्रेरित होकर मनुष्य जीवन के उच्चतम उद्देश्य की प्राप्ति के साथ-साथ जीवन की आम समस्या से भी निपट सकता है.

गुरुजी का आचरण जीवन का प्रतीक है-सीएम

उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह महाराज का सारा संघर्ष दलित शोषित मानवता की रक्षा के लिए था. खालसा का सृजन कर ऐसी अदम्य शक्तिशाली सेना तैयार की जिसने अपने समय की सबसे बड़ी सैनिक शक्ति को परास्त किया. गुरु जी ने जनता की सोई शक्ति को जगा दिया जो अपने सम्मान और अधिकारों की रक्षा के लिए बड़ी से बड़ी ताकत से लड़ने में समर्थ साबित हुई. गुरु ही सत्य थे और सिपाही भी थे पर उनके सैनिक व्यक्तित्व पर भी उनका अध्यात्मिक व्यक्तित्व छाया रहता था. नीतीश ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह महाराज ने मनुष्य को आदर्श आचरण धारण करने के लिए प्रतिपद्ध किया. गुरु जी महाराज द्वारा प्रदत्त पांच ककार उच्च एवं आदर्श जीवन के प्रतीक हैं. उन्होंने कहा कि आज भी सिख कौम को भाईचारा एवं बहादूरी की मिसाल के रूप में देखा जाता है.

सबका ध्यान रखा जायेगा-सीएम

नीतीश ने कहा कि धार्मिक एवं सांस्कृतिक दृष्टिकोण से बिहार में तख्त पटना साहिब के साथ-साथ, पटनासिटी स्थित गुरु का बाग, बाल लीला साहिब, दानापुर स्थित गुरुद्वारा हांडी साहिब, गायघाट स्थित गुरुतेग बहादुर गुरुद्वारा राजगीर स्थित गुरुनानक कुंड, मुंगेर स्थित गुरुद्वारा पच्चीसंगत के अलावा आरा, कटिहार, गया, नवादा, सासाराम, भागलपुर में अनेक गुरुद्वारे एवं धार्मिक स्थल मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह महाराज के 350वें प्रकाश पर्व को यादगार बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा व्यापक पैमाने पर तैयारियां की जा रही हैं और इस अवसर पर आने वाले श्रद्धालुओं की सभी आवश्यक्ताओं का विशेष ध्यान रखा जायेगा ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो.

देश-विदेश से आये अतिथि

नीतीश ने कहा कि यह अति प्रसन्नता का विषय है कि गुरु जी के अतूल्य व्यक्तित्व और योगदान पर परिचर्चा करने के लिए देश-विदेश से 150 से 200 गणमान्य प्रतिनिधि इस अंतर्राष्ट्रीय सिख सम्मेलन में उपस्थित हुए हैं और आशा है कि निर्धारित चार विषयों पर बहुआयामी और लाभकारी चर्चा होगी जो प्रतिभागियों के साथ-साथ आमजन का भी प्रबोधन करेगा. अंतर्राष्ट्रीय सिख सम्मेलन को संबोधित करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सारे सिख समुदाय और पंजाब की सम्पूर्ण जनता की ओर से शुक्रिया अदा किया और कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार में जितना कार्य किया है उतना वे पंजाब में नहीं कर सके.

पंजाब के मुख्यमंत्री भी हुए शामिल

उन्होंने कहा कि सारे हिन्दुस्तान में बिहार की अलग अहमियत है. तीन सिख गुरुओं गुरुनानक जी महाराज, गुरु तेग बहादुर जी महाराज एवं गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का चरण बिहार की धरती पर पड़ा है. बादल ने कहा कि पंजाब में भी इस तरह के कार्यक्रम रखे गये हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरोध किया कि वे समय निकालकर जरूर आये. उन्होंने गुरु गोविंद सिंह जी के नाम से पटना में नया भवन बनाने का आग्रह किया और इसके लिये दस करोड़ रुपये का चेक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपा.

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