मोकामा : राजेंद्र सेतु पर रोक के बाद भागलपुर के विक्रमशिला सेतु से भारी वाहन गुजर रहे हैं. इसका असर भवन निर्माण सामग्री की ढुलाई पर पड़ा है. ट्रक मालिकों का कहना है कि उनकी आजीविका पर संकट है. तकरीबन तीन हजार ट्रक राजेंद्र सेतु के रास्ते बालू की ढुलाई कर रहे थे. विक्रमशिला सेतु से होकर ट्रकों का परिचालन महंगा सौदा साबित हो रहा है. उत्तरी बिहार में बालू की कीमतों के अनुसार ढुलाई की लागत बढ़ गयी है.
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ट्रक के बाद अब ट्रैक्टरों के आने जाने पर भी लग सकती है रोक
मोकामा : राजेंद्र सेतु पर रोक के बाद भागलपुर के विक्रमशिला सेतु से भारी वाहन गुजर रहे हैं. इसका असर भवन निर्माण सामग्री की ढुलाई पर पड़ा है. ट्रक मालिकों का कहना है कि उनकी आजीविका पर संकट है. तकरीबन तीन हजार ट्रक राजेंद्र सेतु के रास्ते बालू की ढुलाई कर रहे थे. विक्रमशिला सेतु […]
राजेंद्र सेतु पर भारी वाहन के परिचालन पर रोक लग जाने के बाद इलाके के अधिकतर ट्रक खड़े हो गये हैं. राजेंद्र सेतु से ट्रैक्टर से बालू व अन्य निर्माण सामग्री की ढुलाई की जा रही है. स्थानीय प्रशासन का कहना है कि केवल छोटे वाहनों का ही परिचालन राजेंद्र सेतु से होगा. सेतु की वर्तमान स्थिति को देखते हुए ट्रैक्टरों के परिचालन पर भी रोक लगायी जा सकती है.
वाहन के धक्के से हाइटगेज क्षतिग्रस्त:
हथीदह में लगा हाइट गेट अज्ञात वाहन के धक्के से शुक्रवार की देर रात क्षतिग्रस्त हो गया. शनिवार को हाइट गेट का मरम्मत करवाया गया. वहीं, रेडियम लगवाये गये ताकि रात्रि में दूर से ही वाहन चालकों को हाइटगेट पर नजर पड़ सके. हाइटगेज राजेंद्र सेतु पर भारी वाहनों को रोकने के लिए लगाया गया है.
क्षतिग्रस्त पुल का इंजीनियरों ने लिया जायजा: जायजा शनिवार को इंजीनियरों की टीम ने लिया. उनका कहना है कि सड़क की कमोबेश यही स्थिति है. सड़क की नये सिरे से मरम्मत के बाद भारी चल सकेंगे. इसमें तकरीबन तीन माह लगेगा.
हालांकि सेतु का रोड क्रॉस गाडर सुरक्षित है. महज सड़क की ढ़लाई दुरुस्त कर भारी वाहनों का परिचालन शुरू कराया जा सकता है, क्षमता के अनुरूप वाहनों का आवागमन नहीं होने पर दोबारा ऐसी ही स्थिति हो जायेगी.
कई जिलों में महंगी हो जायेगी भवन निर्माण सामग्री
राजेंद्र सेतु पर भारी वाहनों पर रोक से उत्तरी बिहार के कई जिलों में सामान की कीमत में उछाल आयेगी. सबसे ज्यादा असर भवन निर्माण सामग्री पर पड़ेगा. बेगूसराय, समस्तीपुर, दरभंगा, पूर्णिया, खगड़िया, सहरसा आदि जिलों में इसका व्यापक असर पड़ सकता है.
इन जिलों में निर्माण कार्य बाधित हो सकता है. ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि राजेंद्र सेतु पर प्रतिबंध के बाद सरिया लदे दर्जनों वाहन पटना वापस लौट गये. भागलपुर से होकर सामान की ढुलाई करने में खर्च काफी बढ़ जायेगा.
इसका बोझ सामान खरीदने वाले ग्राहकों को उठाना पड़ेगा. पटना से उत्तरी बिहार खाद्य सामग्री के साथ रोजमर्रा के काम में आने वाले सामान की आपूर्ति बेगूसराय व आसपास के कई जिलों में राजेंद्र सेतु के रास्ते ही की जाती है. स्थानीय प्रशासन का कहना है कि केवल छोटे वाहनों का ही परिचालन राजेंद्र सेतु से होगा.
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