पटना : वित्त विभाग में सीएफएमएस (कॉम्प्रेहेंसिव फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम) लागू होने के बाद से कर्मियों के वेतन भुगतान समेत अन्य वित्तीय प्रबंधन से जुड़े कार्यों में समस्या आ रही है. इसके मद्देनजर डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को इसकी प्रणाली की समीक्षा विभागीय अधिकारियों के साथ की.
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30 जून तक वेतन भुगतान की समस्या करें दूर
पटना : वित्त विभाग में सीएफएमएस (कॉम्प्रेहेंसिव फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम) लागू होने के बाद से कर्मियों के वेतन भुगतान समेत अन्य वित्तीय प्रबंधन से जुड़े कार्यों में समस्या आ रही है. इसके मद्देनजर डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को इसकी प्रणाली की समीक्षा विभागीय अधिकारियों के साथ की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया […]
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर हाल में इस सिस्टम को सुचारु ढंग से चलाने से संबंधित तमाम कमियों और समस्याओं को 30 जून तक दूर कर लें और हर हाल में इस प्रणाली को पूरी तरह से चालू कर दें. लोकसभा चुनाव की पूरी प्रक्रिया के करीब ढाई महीने बाद वित्त मंत्री पहली बार सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में बैठे और सबसे पहले सीएफएमएस की गहन समीक्षा की.
मालूम हो कि सीएफएमएस व्यवस्था 1 अप्रैल 2019 से लागू होने के बाद से राज्य का संपूर्ण वित्तीय कार्य और कोषागार प्रबंधन समेत तमाम वित्तीय प्रबंधन से जुड़े कार्य इसके माध्यम से ही होने लगे हैं. राज्य की वित्तीय प्रणाली को पेपरलेस करने में यह बेहद ही महत्वपूर्ण उपलब्धि है. अब सभी विभागों का बजट भी इसके माध्यम से ही तैयार होगा.
िडप्टी सीएम ने लिया सीएफएमएस का जायजा
सीएफएमएस की गहन समीक्षा के दौरान यह बात सामने आयी कि इस प्रणाली के तहत राज्य के करीब दो लाख 90 हजार कर्मियों में दो लाख 21 हजार कर्मियों का वेतन भुगतान किया जा चुका है. शेष बचे हुए कर्मियों का डाटा अपडेट करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. इसके बाद सभी कर्मियों का वेतन भुगतान इसके माध्यम से ही होगा.
इस प्रणाली से अब तक दो हजार 555 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है. वित्त मंत्री ने इस नयी प्रणाली में आ रही समस्या के कारण वेतन से वंचित 31 हजार शिक्षकों और 11 हजार चौकीदारों समेत अन्य सभी कर्मियों का डाटा जमा कर उन्हें 30 जून तक वेतन देने का निर्देश दिया है. उन्होंने 31 मार्च के बाद सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पेंशन भुगतान में आ रही कठिनाई को भी दूर करने को कहा.
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