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पटना : समय से पहले पीरियड बंद होना खतरनाक
मेनोपॉज सोसाइटी व ऑब्स्टेट्रिक एंंड गायनोकोलॉजी सोसाइटी का सेमिनार पटना : ज्यादातर महिलाओं में मेनोपॉज (पीरियड बंद होना) की उम्र 50 से 55 साल होती है. कई बार महिलाओं में 30 से 40 साल में ही मेनोपॉज हो जाता है, जिसके कारण उन्हें कई तरह की परेशानियां होती हैं. इसका इलाज संभव है. ये बातें […]
मेनोपॉज सोसाइटी व ऑब्स्टेट्रिक एंंड गायनोकोलॉजी सोसाइटी का सेमिनार
पटना : ज्यादातर महिलाओं में मेनोपॉज (पीरियड बंद होना) की उम्र 50 से 55 साल होती है. कई बार महिलाओं में 30 से 40 साल में ही मेनोपॉज हो जाता है, जिसके कारण उन्हें कई तरह की परेशानियां होती हैं. इसका इलाज संभव है.
ये बातें चंडीगढ़ से आयीं डॉ नीलम अग्रवाल व आइजीआइएमएस स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ कल्पना सिंह ने कहीं. वे रविवार को पटना मेनोपॉज सोसाइटी व ऑब्स्टेट्रिक एंंड गायनकोलॉजी सोसाइटी ओर से आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में बोल रही थीं. कार्यक्रम का उद्घाटन स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ मंजू गीता मिश्रा व डॉ हड्डी रोग विशेषज्ञ अमूल्या सिंह ने किया.
मुंबई से आये डॉ राजेंद्र नागा कट्टी व डॉ अमूल्या सिंह ने कहा कि महिलाएं घर और बाहर की जिम्मेदारी निभाने की भाग-दौड़ में खुद की सेहत से खिलवाड़ कर रही हैं. खान-पान में लापरवाही और व्यायाम नहीं करने से 40 से 45 वर्ष की उम्र के बाद महिलाएं हड्डी की गंभीर बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित हो रही हैं. अकेले बिहार में दर्द की समस्या लेकर आने वाली हर पांचवीं महिला इस बीमारी से ग्रस्त है. हड्डी कमजोर नहीं हो, इसके लिए विटामिन डी से लेकर एक्सरसाइज, खान-पान आदि पर ध्यान देना चाहिए.
खून की कमी से गर्भ में शिशु हो जाता है कमजोर
स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ पूनम दीक्षित व डॉ शांति राय ने नवजात के पैदा होने के बाद मां का दूध पिलाने पर जोर दिया. डॉ पूनम ने कहा कि गर्भावस्था में महिलाओं में खून की कमी ही बच्चे के कमजोर होने और मृत्यु दर का सबसे बड़ा कारण है. खून की कमी के कारण ही गर्भ में पल रहे नवजात कमजोर हो रहे हैं. यही कारण है कि डिलिवरी के समय अधिकांश प्रसूताओं की मौत हो जाती है.
वहीं एनएमसीएच की डॉ अमृता सिन्हा व पीएमसीएच की डॉ अलका पांडे ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोलियां अवश्य लेनी चाहिए. उन्होंने महिलाओं को मां बनने से पहले जागरूक होने की बात कही. इस मौके पर डॉ कुसुम गोपाल, डॉ प्रमिला मोदी, डॉ सुषमा पांडे, डॉ उषा डिडवानिया, अमृता सिन्हा, डॉ निभा मोहन आदि 80 से अधिक स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ उपस्थित थीं.
इस तरह करें मेनोपॉज से बचाव
तुरंत एनर्जी देने वाले खाद्य पदार्थ का सेवन न करें
ताजे मौसमी फल व हरी पत्तेदार सब्जियां प्रचुर मात्रा में खाएं
युवावस्था में एक घंटा तक एक्सरसाइज जरूर करें और मध्य वयस्क महिला कम से कम तीस मिनट एक्सरसाइज करें
मोटापे से बचे और अपना वजन संतुलित रखें
साल में एक-दो बार थायरॉयड की जांच जरूर कराएं
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