पटना : हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बजट को किसान, मजदूर, दलित विरोधी बताया है. उन्होंने कहा कि 76 फीसदी किसानों की परेशानियां बढ़ी हैं.
एक तरफ बेरोजगारी बढ़ी है तो दूसरी तरफ कृषि की उत्पादकता प्रभावित हो रही है. बजट में एससी-एसटी को नियोजित करने का कोई प्रयास नहीं हुआ है. शिक्षा के क्षेत्र में बजट राशि बढ़ाई गयी, पर शिक्षण व्यवस्था की सुविधा की दिशा में कोई रूपरेखा तैयार नहीं की गयी है.
