पटना : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पटना में लगाये गये पोस्टर्स को अज्ञात युवकों द्वारा फाड़ने का मामला प्रकाश में आया है. इन पोस्टर्स में राहुल गांधी भगवान राम के रूप में नजर आ रहे थे. यहां चर्चा कर दें कि कांग्रेस ने 3 फरवरी को पटना में होने वाली रैली से पहले ये पोस्टर्स शहर में लगवाने का काम किया था जिसको लेकर पूरे देश में चर्चा हो रही थी. इन पोस्टर्स पर लिखा गया था कि वे राम नाम जपते रहे, तुम बनकर राम जियो रे… अज्ञात उपद्रवियों ने इन पोस्टर्स को फाड़ने की घटना अंजाम दिया है. उपद्रवियों ने शुक्रवार रात इस कृत्य को अंजाम दिया. इन पोस्टर्स में राम बने राहुल के अलावा प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी और अन्य कांग्रेसी नेताओं की तस्वीरें भी नजर आ रही थी.
इधर , बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने रैली को लेकर कहा है कि 28 साल बाद कांग्रेस अपने दम पर तीन फरवरी को राहुल गांधी की जन आकांक्षा रैली का आयोजन कर रही है. इस रैली में राहुल गांधी को देखने व सुनने की जनता में इतनी ललक है कि गांधी मैदान छोटा पड़ जायेगा. रैली की तैयारी अंतिम चरण में है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी, तो पार्टी बिहार की समस्याएं दूर करेगी. चाहें वह सीमा पार से आने वाली हर साल की बाढ़ हो या किसानों की समस्या हो. कांग्रेस का नारा है कि जुमलेबाज जाये, सच्चे दिन आये.
राहुल गांधी की रविवार को आयोजित रैली के पूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के बिहार प्रभारी ने कहा कि रैली में महागठबंधन के सभी घटक दलों के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, शरद यादव, जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, मुकेश सहनी के साथ तीनों वाम दलों के नेता शामिल होंगे. साथ ही हाल ही में तीन राज्यों में बनी कांग्रेस की सरकार के मुख्यमंत्री, जिसमें राजस्थान, मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ शामिल हैं, जो रैली में होंगे. शक्ति सिंह गोहिल ने एक बार फिर दोहराया कि रैली के मंच पर अनंत सिंह नहीं होंगे. अभी वह कांग्रेस में शामिल नहीं हुए हैं.
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कोर्ट द्वारा आरोपितों को प्रधानमंत्री ने खुद भाजपा में शामिल कराया है. अनंत सिंह जब उनके साथ रहते हैं, तो वह पाक साफ हैं. हालांकि, कांग्रेस प्रभारी ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि तीन फरवरी के बाद पार्टी में आने वालों का स्वागत किया जायेगा. प्रेस काॅन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष डाॅ मदन मोहन झा, विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह आदि मौजूद थे.