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बिहार सृजन घोटाला : प्रिया व अमित कुमार के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस, आधा दर्जन लोगों से पूछताछ

पटना / भागलपुर : बिहार में सृजन घोटाले के तार धीरे-धीरे कई लोगों से जुड़ने शुरू हो गये हैं. सृजन की सचिव प्रिया कुमार और कुमार क्लासेज के निदेशक अमित कुमार की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है. पुलिस की नजर में देश के किसी भी कोने में छिप कर रह रहे दोनों, अब देश […]

पटना / भागलपुर : बिहार में सृजन घोटाले के तार धीरे-धीरे कई लोगों से जुड़ने शुरू हो गये हैं. सृजन की सचिव प्रिया कुमार और कुमार क्लासेज के निदेशक अमित कुमार की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है. पुलिस की नजर में देश के किसी भी कोने में छिप कर रह रहे दोनों, अब देश छोड़कर बाहर नहीं जा सकते हैं. वह देश के बाहर न तो हवाई सेवा,न ही सड़क मार्ग और न ही समुद्री मार्ग से ही बाहर जा सकते हैं. उनके खिलाफ पुलिस ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है. देश के सभी हवाई अड्डे और समुद्री मार्ग के जाने वाले रास्ते में इस नोटिस को चिपकाया जायेगा. वहीं बुधवार को बैंक ऑफ बड़ौदा के सेकेंड मैन सहित आधा दर्जन लोगों से पूछताछ की गयी है. इससे पूर्व सृजन घोटाले के आरोपित जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार को बुधवार को एसएसपी आवास से जीआर कार्यालय ले जाने के बाद जेल भेज दिया गया.

टॉप 20 घोटालेबाजों की सूची तैयार

वहीं 15 अगस्त को ही नाजिर महेश मंडल और मनोरमा देवी के पूर्व चालक विनोद कुमार को जेल भेज दिया गया था. सृजन फर्जीवाड़े में शामिल टॉप 20 लोगों की सूची पुलिस ने तैयार की है. यह ऐसे लोग हैं, जिनका नाम सबसे अधिक सरकारी राशि हड़पने में शामिल है. पुलिस ने इनकी कुंडली खंगालने का काम शुरू कर दिया गया है. आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की टीम ने 15 अगस्त को छुट्टी के दिन भी सहकारिता बैंक में प्राथमिकी से जुड़े कागजात खंगाले और पदाधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ की. बैंक ऑफ बड़ौदा में दिन भर इओयू की टीम पुराने कागजात ढूंढ़ती और बैंक अधिकारियों से पूछताछ करती रही.

बड़ी कार्रवाई की चल रही तैयारी

एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि सृजन मामले को लेकर जिन टॉप 20 लोगों की सूची तैयार की गयी है, उसमें हर वर्ग के लोग शामिल हैं. सरकारी राशि का दुरुपयोग करने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जायेगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में ऐसे लोगों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य जुटाये जा रहे हैं. उन्हें पहले नोटिस देकर जवाब मांगा जायेगा. जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर ऐसे लोगों पर तत्काल कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने आगे कहा है कि टॉप 20 की सूची में शामिल कुछ लोग शहर छोड़ कर फरार हैं. ऐसे लोगों की धरपकड़ के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. पुलिस की मानें तो मीडिया में आ रही खबरों और अन्य गतिविधियों की सच्चाई का पता लगाया जा रहा है. पुख्ता साक्ष्य मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.

धमकी देते थे मनोरमा व नाजिर : कल्याण पदाधिकारी

बुधवार को कोर्ट में पेशी से पहले कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार ने कहा कि सृजन की पूर्व सचिव मनोरमा देवी व नाजिर महेश मंडल धमकी दिया करते थे. जिला कल्याण पदाधिकारी ने पहले कुछ भी बोलने से परहेज किया, लेकिन बाद में बोले कि मनोरमा देवी व महेश कहते थे कि मेरा नाम उजागर हुआ, तो आप को भी फंसा देंगे. सृजन की सचिव प्रिया कुमार के नाम से पत्नी इंदू देवी के नाम बैंक आॅफ बड़ौदा में ट्रांसफर चेक पर उन्होंने कहा कि यह गलत है. मेरी पत्नी को फंसाने के लिए यह सब किया जा रहा है. पीएनबी बरारी शाखा से छह करोड़ रुपये बैंक ऑफ बड़ौदा में ट्रांसफर किया गया है. इस मामले में उन्होंने कहा कि इस बात की जानकारी मुझे लगी, तो मैं पीएनबी में देखा कि चेक के पीछे मनोरमा देवी का हस्ताक्षर है. उन्होंने इस बात की जानकारी डीएम को दी, तो उन्होेंने कहा कि यह सब क्या हो रहा है. जाओ प्राथमिकी दर्ज कराओ.

कल्याण पदाधिकारी ने फंसा दिया : नाजिर

नाजिर महेश मंडल ने कोर्ट में पेशी से पूर्व बताया कि जिला कल्याण पदाधिकारी उन्हें सृजन के मामले में फंसा रहा है. अपने आलीशान महल और दर्जन भर महंगी गाड़ियां होने के सवाल पर महेश ने बताया कि उन्होंने पांच वर्ष में अपना मकान बनाया है. सृजन मामले में उन्हें सिर्फ चार परसेंट मिलता था. सवाल उठता है कि चार प्रतिशत कमीशन में महेश ने करोड़ों की संपत्ति कैसे अर्जित कर ली.

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