पटना: फोर्ड हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, पटना में शनिवार को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे के मौके पर एक निःशुल्क हेल्थ कैंप का आयोजन किया गया. इस कैंप में विशेष रूप से उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) और हृदय रोग से पीड़ित मरीजों की जांच की गई. शिविर में 150 से अधिक मरीजों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया, जिनमें कई नए हाइपरटेंशन मरीजों की पहचान की गई. उन्हें आवश्यक दवाइयां दी गईं और नियमित जांच, दवा का निरंतर सेवन तथा डॉक्टर से संपर्क में रहने की सलाह दी गई.

लोगों को मालूम ही नहीं कि वे हाइपरटेंशन के शिकार: डॉ. बीबी भारती
इस अवसर पर हॉस्पिटल के निदेशक एवं वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बीबी भारती ने कहा, “यदि भारत को स्वस्थ बनाना है, तो हमें उच्च रक्तचाप और डायबिटीज जैसी बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण करना होगा.” उन्होंने बताया कि भारत में 25 प्रतिशत से अधिक लोगों को यह जानकारी ही नहीं होती कि वे हाइपरटेंशन के शिकार हैं. वहीं, एक चौथाई लोग दवा छोड़ देते हैं, जो बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. इसी तरह 25 प्रतिशत लोग हाइपरटेंशन इलाज के गोल को हासिल नहीं कर पाते हैं.

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साल दर साल हृदय रोगियों की संख्या में हो रहा इजाफा
डॉ. भारती ने बताया कि देश में तकनीक और इलाज की सुविधाएं बढ़ने के बावजूद बदलती जीवनशैली के कारण हाइपरटेंशन की समस्या कम नहीं हो रही है, बल्कि साल दर साल हृदय रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है. उन्होंने कहा कि खराब जीवनशैली के साथ-साथ इसके जेनेटिक कारण भी होते हैं, और यह बीमारी हृदय की धमनियों, किडनी, मस्तिष्क, अंत और हृदय को नुकसान पहुंचा सकती है. शिविर में मरीजों को जागरूकता के लिए परामर्श भी दिया गया. शिविर में मुफ्त ओपीडी की सेवाएं दे रहे कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सुशांत पाठक, डॉ. सरोज कुमार मिश्रा और डॉ. विकास तथा जनरल फिजिशियन डा कुमार अभिषेक ने लोगों से नियमित स्वास्थ्य जांच कराने और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने की अपील की.