10 महीने के प्रदर्शन की रैंकिंग में मुजफ्फरपुर रजिस्ट्री ऑफिस पांचवें नंबर पर, पहले पर बेतिया, तो आखिरी में सीतामढ़ी
::: वर्ष 2024-25 के अप्रैल से दिसंबर महीने तक की जारी हुई है रैंकिंग, बड़े जिलों का परफॉर्मेंस खराब
::: जिला कार्यालय से काफी बेहतर कई ग्रामीण क्षेत्र के रजिस्ट्री ऑफिस की रैंकिंगदेवेश कुमार, मुजफ्फरपुर
मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने तिरहुत प्रमंडल के मुजफ्फरपुर समेत छह जिलों के रजिस्ट्री ऑफिस की रैंकिंग लिस्ट जारी की है. यह रैंकिंग लिस्ट विभाग से तय मानक के आधार पर जारी की गयी है, जो चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 के अप्रैल से लेकर दिसंबर 2024 तक यानी दस महीने के कार्यों के आधार पर है. विभाग ने दस महीने में प्राप्त राजस्व, रजिस्ट्री की संख्या में कमी व वृद्धि, रजिस्ट्री से पूर्व जमीन का स्थल निरीक्षण, स्थल निरीक्षण के बाद राजस्व में हुई वृद्धि सहित एक दर्जन से अधिक बिंदुओं पर गहराई से जांच-पड़ताल करायी है. जांच की जिम्मेदारी सहायक निबंधन महानिरीक्षक तिरहुत प्रमंडल को दी गयी थी. इसके बाद रैंकिंग सूची जारी की गयी है. कुल 100 अंक निर्धारित किये गये हैं. इसमें सबसे ज्यादा 87 अंक पाकर तिरहुत प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले पश्चिमी चंपारण (बेतिया) टॉप पर है. बॉटम में सीतामढ़ी है. सीतामढ़ी को कुल 100 में 61 नंबर मिला है, जबकि, शिवहर दूसरे नंबर पर है. शिवहर को बेतिया से महज एक नंबर कम 86 अंक प्राप्त हुए हैं. तीसरे नंबर पर वैशाली ने बाजी मार ली है. वैशाली को 81 नंबर मिले हैं. पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) चौथे व मुजफ्फरपुर को पांचवां स्थान मिला है. मोतिहारी को कुल 74 एवं मुजफ्फरपुर को 72 नंबर मिला है. हालांकि, रैंकिंग सूची जो जारी की गयी है. इसमें, जिला कार्यालय से बेहतर परफॉर्मेंस प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले सभी छह जिले के कई मुफस्सिल कार्यालयों का है. मुफस्सिल कार्यालय की बात करें तो सीतामढ़ी के बेलसंड को सबसे अधिक 94 अंक मिले हैं. 93 अंक पाने वालों में सीतामढ़ी के ही ढेग ऑफिस है. बेतिया के लौरिया कार्यालय को 92 एवं मोतिहारी के छौड़ादानों को 91 अंक मिले हैं.
बॉक्स :: 14 प्रकार के मानकों पर हुई जांच
मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष के अप्रैल से दिसंबर महीने तक ऑफिस की कार्य संस्कृति की जांच करायी गयी. इसमें राजस्व वसूली से लेकर ऑफिस के अंदर किस तरीके से कार्य हो रहे हैं. इन सभी से जुड़े 14 प्रकार के मानक तय किये गये थे. उन्हीं तय मानकों पर एआईजी से जांच करायी गयी है. उसी आधार पर उनकी रैंकिंग तय की गयी है. इस रैंकिंग से ऑफिस के पदाधिकारी व कर्मचारी के काम करने का तरीका का पता चलेगा. अब यह रैंकिंग आगे भी जारी होती रहेगी़
फोटो 27 एआईजी राकेश कुमार के नाम से :: कोट ::: विभाग से मिले दिशा-निर्देश के आधार पर प्रमंडल के सभी 30 कार्यालयों का निरीक्षण किया गया. 14 बिंदुओं पर जांच की गयी. 10 महीने के कार्यों की जांच हुई है. इसी आधार पर विभाग को प्रमंडल के जिला व मुफस्सिल कार्यालयों की रैंकिंग सूची तैयार कर भेज दी गयी है.
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