: एनसीसी के बिहार-झारखंड के अतिरिक्त महानिदेशक ने ग्रुप मुख्यालय का किया निरीक्षण
: इंडो- नेपाल बॉर्डर इलाके में एसएसबी के साथ समन्वय करके चलाया जायेगा अभियान: ग्रुप मुख्यालय के अधीन आने वाले सभी बटालियन के अधिकारियों के साथ की बैठक संवाददाता, मुजफ्फरपुरएनसीसी के बिहार-झारखंड अतिरिक्त महानिदेशक ब्रिगेडियर अमनदीप सिंह बजाज ने गुरुवार को मुजफ्फरपुर ग्रुप मुख्यालय का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने ज्यादा से ज्यादा युवाओं को एनसीसी से जोड़कर देश को मजबूत करने पर जोर दिया. जनरल बजाज ने एनसीसी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि उनका लक्ष्य दूर-दराज के युवाओं को जोड़ना और उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ना है. उन्होंने इंडो-नेपाल सीमा पर एसएसबी के साथ एनसीसी के मजबूत समन्वय की सराहना की और दोनों के मिलकर युवाओं के विकास में उत्कृष्ट योगदान देने की बात कही. बजाज ने बताया कि एनसीसी अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए हर कॉलेज व स्कूल में अपनी मौजूदगी मजबूत कर रही है. वर्तमान में बिहार में सात कॉलेजों में सात कंपनियां और 24 स्कूलों में कुल 3,520 कैडेट्स हैं, जिनमें 1,120 सीनियर डिवीजन के कैडेट्स शामिल हैं. उन्होंने गर्व से बताया कि बिहार में करीब 12,000 और झारखंड में साढ़े पांच हजार से अधिक कैडेट्स की संख्या बढ़ाई जा रही है, जो एनसीसी की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है. मुजफ्फरपुर पहुंचते ही ब्रिगेडियर बजाज को एनसीसी अफसर मेस, चक्कर मैदान में कैडेट्स और अधिकारियों ने गार्ड ऑफ ऑनर से स्वागत किया. इसके बाद उन्होंने संयुक्त भवन स्थित कार्यालय का गहन निरीक्षण किया.मुजफ्फरपुर, छपरा, दरभंगा, समस्तीपुर, मोतिहारी, मधुबनी की सात प्रमुख एनसीसी बटालियनों (2 बिहार बटालियन एनसीसी मुजफ्फरपुर, 7 बिहार बटालियन एनसीसी छपरा, 8 बिहार बटालियन एनसीसी दरभंगा, 12 बिहार बटालियन समस्तीपुर, 25 बिहार बटालियन एनसीसी मोतिहारी, 32 बिहार बटालियन एनसीसी मुजफ्फरपुर, 34 बिहार बटालियन एनसीसी मधुबनी) के कमांड अधिकारियों ने पिछले एक वर्ष की गतिविधियों को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए प्रस्तुत किया. ब्रिगेडियर बजाज ने प्रस्तुतियों को ध्यान से सुना और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर नीलकमल (सेना मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल) ने भी मुजफ्फरपुर ग्रुप की उपलब्धियों पर विस्तार से जानकारी दी.
सिलेबस में बदलाव और जागरूकता का आह्वान
जनरल बजाज ने एनसीसी पाठ्यक्रम में हाल के बदलावों पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि नए सिलेबस में महिला सशक्तिकरण, साइबर सुरक्षा और रोजगार जैसे विषय शामिल किए गए हैं. उन्होंने विश्वास जताया कि अगर हर कैडेट अपने कॉलेज में ये जानकारियां साझा करे, तो समाज में जागरूकता बढ़ेगी और युवा इन क्षेत्रों में सशक्त होंगे.माता-पिता और गुरुओं के सम्मान का संदेश
अपने संबोधन के अंत में, जनरल बजाज ने बिहार के कैडेट्स को माता-पिता और गुरुओं का सम्मान करने का आह्वान किया. उन्होंने चिंता जताई कि आजकल गुरुओं के प्रति आदर में कमी आई है, जबकि माता-पिता का सम्मान होता है. उन्होंने छात्रों से नियमित कॉलेज जाने की सलाह दी और कहा, नियमितता से उनकी इज्जत बढ़ेगी, गुरुओं का सम्मान होगा और एनसीसी की हाजिरी भी पूरी होगी. यह संदेश अनुशासन, सम्मान और कर्तव्यनिष्ठा की प्रेरणा देगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

