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बीमारी ठीक होने के बाद मिलती है पैथोलॉजी रिपोर्ट

मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल में अगर सर्दी-खांसी व बुखार के मरीज डॉक्टर से दिखाने आते हैं और डॉक्टर ने उन्हें जांच कराने को कहते हैं, तो जांच रिपोर्ट दो दिन बाद मिलती है. मरीज डॉक्टर के पास जब रिपोर्ट दिखाने पहुंचते हैं और डॉक्टर मरीज से उसकी तबीयत पूछते हैं, तो मरीज ठीक हो जाने […]

मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल में अगर सर्दी-खांसी व बुखार के मरीज डॉक्टर से दिखाने आते हैं और डॉक्टर ने उन्हें जांच कराने को कहते हैं, तो जांच रिपोर्ट दो दिन बाद मिलती है. मरीज डॉक्टर के पास जब रिपोर्ट दिखाने पहुंचते हैं और डॉक्टर मरीज से उसकी तबीयत पूछते हैं, तो मरीज ठीक हो जाने की बात कहता है.

सदर अस्पताल स्थित पैथोलॉजी लैब की यही व्यवस्था है. पैथोलॉजी लैब के कर्मियों की मानें, तो उनके पास हर दिन 150 से 180 तक मरीज जांच कराने आते हैं. लैब टेक्नीशियन की संख्या तीन ही है, जबकि जरूरत पांच की है.
इससे सभी सैंपल की जांच कर रिपोर्ट बनाने में दो दिन का समय लग जाता है. इसके बाद मरीज को तीसरे दिन जांच रिपोर्ट दी जा रही है. टेक्निशियन का कहना है कि इस बारे में उन्होंने कई बार सिविल सर्जन डॉ शैलेश प्रसाद सिंह को कह चुके हैं. बावजूद टेक्नीशियन नहीं बढ़ाये जा रहे हैं. इससे मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है.
बोले मरीज, रिपोर्ट बाद में आती है, तकलीफ पहले ठीक हो जाती
साहेबगंज से इलाज कराने आयी मालती देवी कहती हैं कि 20 जून को सदर अस्पताल में इलाज कराने आयी थीं. उन्हें पेट में दर्द, जलन व कभी-कभी चक्कर आता था. मेडिसीन के डॉक्टर से दिखाया तो उन्होंने यूरिन व ब्लड जांच लिख दिया. इसके अलावा उन्होंने दो दवा भी लिख दी. पैथोलॉजी लैब में यूरिन व ब्लड का सैंपल दिया, लैब से दो दिन बाद आने को कहा गया. 23 जून को रिपोर्ट लैब से दी गयी, लेकिन दो दिन में दवा खाने से उन्हें आराम हो गया.
कुमोद कुमार साह कुढ़नी से इलाज कराने सदर अस्पताल 20 जून को आये थे. उन्हें रोज रात में बुखार लगता था. डॉक्टर ने टीसी, डीसी टेस्ट लिखा. पैथोलॉजी लैब जाकर उन्होंने टेस्ट भी करवा दिया. लैब में उन्हें रिपोर्ट 24 जून को देने की बात कही गयी. इस बीच कुमोद ने डॉक्टर से दवा देने की बात कही, तो उन्होंने रिपोर्ट देखने के बाद ही दवा लिखने की बात कही. तीन दिन बाद डॉक्टर से रिपोर्ट दिखाने पहुंचे, तो डॉक्टर ने रिपोर्ट देख इन्फेक्शन होने की बात कही.
मोतीपुर से राजा राम 30 जून को सदर अस्पताल पहुंचे थे. मेडिसीन में दिखाने के बाद डॉक्टर ने उन्हें यूरिक एसिड टेस्ट, हीमोग्लोबिन टेस्ट लिख दिया. लैब में टेस्ट भी करा लिया. लेकिन रिपोर्ट 3 जुलाई को दी गयी. जब वे रिपोर्ट दिखाने पहुंचे, तो डॉक्टर का समय खत्म हो गया था. वे कहते हैं कि अब गुरुवार को फिर रिपोर्ट दिखाने आना पड़ेगा.
अस्पताल में होते हैं ये टेस्ट
टीसी, डीसी, यूरिक एसीड, हीमोग्लोबिन, यूरिन, ब्लड ग्रुप, हेपेटाइटिस, एचबी, टीएलसी, डीएलसी, ईएसआर, पीबीएफ, सीबीसी, ब्लड ग्रुप, टीईसी आदि.
डोयन के बंद होने के बाद मरीजों की संख्या बढ़ी है. लैब में दो और टेक्नीशियन बहाल करने का निर्देश दिया गया है. दो दिनों के अंदर बहाल हो जायेंगे. इसके बाद मरीज को रिपोर्ट समय पर मिलने लगेगी.
डॉ शैलेश प्रसाद सिंह, सिविल सर्जन, सदर अस्पताल

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