जमालपुर : आतंकवादियों एवं उग्रवादियों तक मुंगेर के अवैध हथियारों का जखीरा पहुंचने के समाचार अक्सर समाचारों की सुर्खियां बनी रही है. मुंगेर के मुफसिल थाना बरदह इस मामले में कुख्यात रहा है, जहां से हथियारों के खेप को लेकर सप्लायर अपराधियों के साथ ही आतंकवादियों तक पहुंचाते हैं और इस क्रम में कई बार पुलिस के हत्थे भी चढ़ते रहे हैं. ऐसे ही एक मामले में एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एएसटी) की टीम सोमवार की अहले सुबह जमालपुर पहुंची और स्थानीय पुलिस के साथ बड़े ही गुपचुप तरीके से एक आरोपी को िगरफ्तार कर अपने साथ ले गई.
प्राप्त समाचार के अनुसार एटीएएस थाना में कांड संख्या 01/2014 का प्राथमिकी अभियुक्त सुरेंद्र पासवान फरार चल रहा था. वह नया टोला केशोपुर निवासी स्वर्गीय राजकिशोर पासवान का पुत्र है. उसके विरुद्ध एटीएस थाना पटना में आतंकवादियों तथा उग्रवादियों को हथियार पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया था. जिसमें कहा गया था कि मुंगेर जिला के मुफसिल थाना के बरदह निवासी एक व्यक्ति से हथियार लेकर वह प्रांत के विभिन्न भागों में आपूर्ति किया करता था.
बरदह निवासी उस व्यक्ति को पूर्व में ही जमालपुर पुलिस द्वारा हथियार तस्करी के ही एक मामले में िगरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. परंतु प्रांत के एटीएस थाना के वर्ष 2014 में अंकित पहले मामले के आरोपी सुरेंद्र अब तक पुलिसिया पकड़ से बाहर था. जिसे जमालपुर थानाध्यक्ष राजीव कुमार द्वारा सोमवार की अहले सुबह िगरफ्तार कर एटीएस की टीम को सौंप दिया गया. एटीएस टीम िगरफ्तार सुरेंद्र को पटना ले गई है.