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ट्रबल शूटर पेज के लिए ट्रबल शूटर कानूनी सलाह कुमार अवधेश नारायण, अधिवक्ता ———————-सवाल : मैंने एक वर्ष पूर्व अपने बेटे की शादी की. शादी के कुछ ही दिनों बाद मेरी बहू अपने मायके गयी. अब वह वहां से आना नहीं चाहती है. इसके लिए कई बार स्थानीय स्तर पर लोगों के साथ बात किया. […]

ट्रबल शूटर पेज के लिए ट्रबल शूटर कानूनी सलाह कुमार अवधेश नारायण, अधिवक्ता ———————-सवाल : मैंने एक वर्ष पूर्व अपने बेटे की शादी की. शादी के कुछ ही दिनों बाद मेरी बहू अपने मायके गयी. अब वह वहां से आना नहीं चाहती है. इसके लिए कई बार स्थानीय स्तर पर लोगों के साथ बात किया. मैं परेशान हूं. क्या करूं?रमण प्रसाद, सतखजुरिया जवाब : आपको ऐसे मामले में कुटुंब न्यायालय में अपनी बहू की विदाई के लिए वाद दायर करना होगा. परिवार अधिनियम के तहत धारा 9 में यह प्रावधान है कि बहू के विदाई के लिए मामला लाया जा सकता है. सवाल :मेरे पुत्र को पुलिस ने उसके एक दोस्त के साथ गिरफ्तार किया. पुत्र के दोस्त पर आरोप था कि उसने नौकरी के लिए किसी से राशि ठगी कर लिया था. चूंकि मेरा पुत्र भी उसके साथ था इसलिए पुलिस ने धोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप लगाते हुए जेल भेज दिया. अब मुझे क्या करना चाहिए?सीता राम प्रसाद, फरदा जवाब : यह पुलिस अनुसंधान का विषय है कि आपका पुत्र इस मामले में दोषी है या नहीं. यदि दोषी है तो कितना. सबसे पहले तो आपको अपने बेटे की जमानत लेनी चाहिए. फिर इसके बाद पुलिस विभाग के वरीय अधिकारी को आवेदन देकर अपने पुत्र को साबित करना होगा. ताकि पुलिस अनुसंधान कर यह सुनिश्चित करे वास्तव में आपका पुत्र दोषी है अथवा निर्दोष. सवाल : घरेलू विवाद में मेरी पत्नी ने जहर खा कर आत्म हत्या कर लिया. उसके मायके वालों ने मेरे तथा मुझे व मेरे परिवार के अन्य सदस्यों के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कराया है. मुझे क्या करना चाहिए? विवेक कुमार, पूरबसराय जवाब : पुलिस अनुसंधान का मामला है. लेकिन प्रथम दृष्टया पुलिस आत्म हत्या के कारणों को आपके और परिवार वालों पर प्रताड़ना का मामला देखते हुए प्राथमिकी दर्ज करेगी. आखिर किन कारणों से उसने जहर खाया. इन कारणों पर भी पुलिस नजर रखेगी. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद आपको जमानत लेनी होगी. इसके बाद आप विभाग के वरीय अधिकारी को आवेदन देकर निष्पक्ष जांच कराने के लिए गुहार लगा सकते हैं. सवाल :मैंने शहर की एक दुकान से गेहूं की बीज व खाद खरीदा. लेकिन उसने जितना भरोसा दिलाया था उस अनुसार फसल का उत्पादन नहीं हुआ. अब चूंकि उसने मुझे पक्का बिल नहीं दिया था. इस मामले को ले मैं कहां जा सकता हूं. बद्री प्रसाद, हवेली खड़गपुर जवाब : अमूमन देखा जाता है कि गांव के किसान भरोसे के साथ अपने जान पहचान वाले दुकान से खाद व बीज खरीदते हैं. ऐसे में उसने भी अपनी दुकान में माल भरोसे के साथ थोक विक्रेता से लिया होगा. भरोसा दोनों का टूटा है. आप चाहें तो उपभोक्ता फोरम में अपने मामले को ले जा सकते हैं. सवाल : मेरा बेटा बीमार हुआ. शहर के एक चिकित्सक ने बेटे के ठीक होने की गारंटी देते हुए कहा कि बेटा ठीक नहीं हुआ तो पैसे वापस हो जायेगा. अब बेटे की हालत खराब होती जा रही है. एक साल बीत गया. लगभग एक लाख रुपये खर्च हो गये. मैं क्या करूं ?गैमन सिंह, बरियारपुर जवाब : आप इसके लिए उपभोक्ता फोरम में वाद दायर कर सकते हैं. चूंकि मामला मेडिकल से जुड़ा है इसलिए इसलिए तहकीकात की भी जरूरत है. सवाल : मैंने शहर में एक महिला से भूखंड खरीदा. लेकिन भूखंड पर महिला का भाई दखलकार होने नहीं दे रहा है. भाई कहता है कि उसका हक नहीं है. जबकि उसकी एक बहन ने उसी प्लॉट में एक भूखंड बेचा है और उसपर खरीददार दखल कार है. मैं क्या करूं? विजय कुमार, हेमजापुर जवाब : इस मामले को लेकर आप सिविल कोर्ट में सिविल सूट दायर कर सकते हैं. जमीन के हिस्सेदारी को ले आम सिविल कोर्ट से ही न्याय पा सकते हैं. सवाल :मेरे घर में बिजली कनेक्शन लगा. कनेक्शन लगने के कुछ ही महीने बाद मेरा मीटर जल गया. इसकी लिखित सूचना मैंने बिजली विभाग को दी. लेकिन अब तक दूसरा मीटर नहीं लगा. इधर विभाग वालों ने मेरा बिल औसतन कर भेजा. बिल में लिखा था कि प्रेमिसेस लॉक्ड. इसके लिए मैं क्या करूं .अवधेश कुमार, वासुदेवपुर जवाब : इसके लिए आपको उपभोक्ता फोरम में जाना चाहिए. वहीं वाद दायर करें. क्योंकि यह उपभोक्ता से संबंधित मामला है. वहां न्याय मिलेगा. सवाल : मेरी जमीन पर खड़े एक झोपड़ी में बम व देशी पिस्तौल का कुछ खोखा बरामद हुआ था. पुलिस ने मुझे अभियुक्त बनाते हुए एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत कांड अंकित कर दिया. मुझे क्या करना चाहिए?खुर्शिद आलम, जमालपुर जवाब : सुनसान जगह पर मिले बम को लेकर पुलिस को पहले जांच करनी चाहिए थी. फिर आपके पुराने रिकॉर्ड को देखना चाहिए था कि पूर्व में आपके द्वारा इस तरह की हरकत तो नहीं की गयी थी. यह पूरी तरह से पुलिस अनुसंधान का विषय है. सवाल :पड़ोसी के साथ एक भूमि विवाद को ले हुए मारपीट में मेरे पिता जी घायल हो गये. हमलोग बगैर पुलिस को सूचना दिये पहले अपने पिता की इलाज के लिए अस्पताल ले गया. अस्पताल प्रशासन ने स्थानीय थाना को ओडी स्लिप भेजा या नहीं. मालूम नहीं. इलाज के दौरान पिता की मौत हो गयी. इस बीच पुलिस ने दूसरे पक्ष के प्रभाव में आ कर मेरे परिवार के सदस्यों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर दिया. अब मुझे क्या करना चाहिए? रणधीर कुमार, असरगंज जवाब : पिताजी को इलाज के लिए ले जाने से पूर्व आपको स्थानीय पुलिस को सूचना देनी चाहिए थी. यदि नहीं तो जिस अस्पताल में आपने अपने पिता को इलाज के लिए एडमिट कराया वहां अस्पताल के चिकित्सक को चाहिए था कि वे स्थानीय थाना को ओडी स्लिप भेजे. अपने पिता के इलाज के दौरान अस्पताल का पुर्जा व अस्पताल द्वारा जारी किया गया मृत्यु प्रमाण पत्र व घायल होने के कारणों का जिक्र करते हुए पुलिस को आवेदन दे सकते हैं. आपके आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज होगी व हत्या मामले में दर्ज होगी. यदि इतने के बाद भी पुलिस प्राथमिकी दर्ज नहीं करती है तो आप पुलिस विभाग के वरीय पदाधिकारी को आवेदन दे सकते हैं. निश्चित तौर पर प्राथमिकी दर्ज होगी. सवाल : मैंने अपनी बाइक के लिए एक्साइड कंपनी की बैट्री खरीदी. लेकिन बैट्री कुछ ही दिनों में खराब हो गयी. दुकानदार ने बैट्री खरीदते वक्त केवल कंपनी का वारंटी कार्ड अपनी दुकान का सील लगा कर दे दिया. पक्का रसीद नहीं दिया. अब जब बैट्री खराब हो गया तो वह दूसरी बैट्री देने से इनकार कर रहा है. मुझे क्या करना चाहिए? अक्षय कुमार, चूआबाग जवाब : इसके लिए आप बैट्री का वारंटी कार्ड लेकर उपभोक्ता फोरम में केस दायर कर सकते हैं. दुकानदार के विरुद्ध धोखाधड़ी का भी मामला बनता है. इसके साथ ही उसने आपके भरोसे को तोड़ा है. ——————————-चिकित्सकीय सलाह डॉ वाइ के दिवाकर, चिकित्सक ——————–सवाल : मेरी उम्र 30 वर्ष है और मैं एक इंश्योरेंस कंपनी में काम करता हूं. मोटर साइकिल से भाग-दौड़ करना पड़ता है. इन दिनों गरमी बढ़ गयी है और मेरे सिर में चक्कर होता है. कभी-कभी कमजोरी भी लगने लगता है. क्या करें. जयशंकर कुमार, मुंगेर जवाब : आप इलेक्टोलाईट इन वाइलेंस के शिकार है. जो गरमी के कारण होता है. आप पहले मोटर साइकिल चलाना छोड़ दे. जब भी चक्कर आता है तो तुरंत चीनी-नमक का घोल ले. ओआरएस का भी प्रयोग करे. अगर इससे भी ठीक नहीं होता है तो चिकित्सक से मिले. सवाल : मेरी उम्र 40 साल है. इन दिनों उल्टी, दस्त की शिकायत बराबर रहती है. कमजोरी लगता है और हाथ-पैर भी खीचता है. ऐसे में क्या करना चाहिए. क्रांति देवी, नौवागढ़ी जवाब : गरमी के मौसम में उल्टी, दस्त के कारण कमजोरी होती है. पैर-हाथ में खिचने लगता है. ऐसी परिस्थिति में ओआरएस का प्रयोग करते रहे. उल्टी के कारण ओआरएस का घोल पीना नहीं छोड़े. जब तक अस्पताल अथवा चिकित्सक के पास नहीं पहुंच जाते है तब तक ओरआरएस का घोल समय-समय पर पीते रहे. सवाल : मेरा उम्र 25 वर्ष है. मेरे सर के दाहिने तरफ सर दर्द होता रहता है. जिसके कारण किसी काम में मन नहीं लगता है. क्या करें. रौशन कुमार, तारापुर जवाब : सर में वन साइडेड दर्द के कई कारण हो सकते है. सिर्फ माइग्रेन के कारण ही दर्द नहीं होता है. आंख, कान, नाम एवं दांत के कारण भी दर्द होता है. जिसे रेफर्ड पेन कहा जाता है. ऐसी परिस्थिति में दंत चिकित्सक एवं इएनटी चिकित्सक से सलाह ले. बेहतर होता है. सवाल : गरमी के दिनों में लू लगने का डर हमेशा बना रहता है. इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए. रेशमा खातून, मुंगेर जवाब : तापमान अधिक बढ़ गया है. धूप भी तेज हो रही है. ऐसी स्थिति में लू लगने की संभावना बनी रहती है. लू से बचने के लिए सर, कान, नाक को कपड़े से ढक कर चले. घर से निकलते समय चीनी-नमक के शर्बत का सेवन करें. सवाल : मेरा उम्र 35 वर्ष है. पिछले तीन दिनों से पतला पाखाना के साथ ही पेट दर्द, मड़ोड़ के साथ ही हल्का ब्लड आता है. क्या करे. रोहित कुमार, खड़गपुर जवाब : मड़ोड़ के साथ पेट दर्द हो रहा है पतला पाखाना के साथ फ्रेश ब्लड निकल रहा है तो हो सकता है कि आपको बाबासीर हो. तत्काल ही आप किसी अच्छे सर्जन से मिल कर इलाज प्रारंभ करें. सवाल : मेरे बेटे की उम्र दो वर्ष होने वाला है. इन दिनों उसका पेट चढ़ा हुआ रहता है और रोता रहता है. क्या करें कुछ समझ में नहीं आता है. प्रिया कुमारी, सदर प्रखंड जवाब : बच्चे को जम भी इस तरह की शिकायत हो तो तत्काल अजवाइन को पानी में उबाल ले. अच्छे कपड़े से छान कर उसे रख ले. एक-एक चम्मच उस पानी को 10-10 मिनट पर बच्चे को पिलाये. इतना ही नहीं सरसों के तेल में आजमाईन को आग पर पका ले और उस अजमाइन से पेट को सेके. अगर फिर भी ठीक नहीं होता है तो बच्चे के चिकित्सक से उसे दिखाये. सवाल : मेरी उम्र 30 साल है. पेशाब में बेतहाशा जलन होता है. शरीर में जलन के साथ ही कभी-कभी बुखार भी आता है. क्या करें. रूही खातून, मुंगेर जवाब : गरमी के दिनों में अक्सर ऐसा होता है. पहले से आप चार से पांच लीटर पानी पीना प्रारंभ करें. गरमी के दिनों में यूरीन में इंफेक्शन के कारण के कारण ईकोलाय बीमारी की संभावना ज्यादा होती है. पेशाब में लहर, जलन, पेट के नीचे दर्द होना शरीर में जलन, हाथ में जलन, बुखार आना इसके लक्षण है. चिकित्सक से सलाह जरूर ले. सवाल : मेरी उम्र 40 के करीब है. इन दिनों बराबर पेशाब लगता है. कहीं चीनी की बीमारी तो मुझे नहीं हो गयी है.ममता कुमारी, संग्रामपुर जवाब : बार-बार पेशाब लगना, वजन घटना, चीनी के बीमारी का संकेत है. किसी चिकित्सक की सलाह लेकर आप सर्व प्रथम ब्लड सुगर की जांच कराये. हो सकता है कि आपको सुगर की बीमारी हो. सवाल : मेरे बेटे की उम्र 8 साल है, पिछले पांच दिनों में दो बार नाक से ब्लड आ गया. जिसके कारण उसे स्कूल भी छुड़ा दिया है. क्या करें. गुडि़या देवी, असरगंज जवाब : इस मौसम में नाक से ब्लड आने की शिकायत होती है. अगर बड़े को हो रहा है तो तत्काल ही ब्लड प्रेशर की जांच कराये. नार्मल लोगों को भी आता है. बच्चे को जब भी नाक से ब्लड आये तो तत्काल ही बर्फ से नाके के ऊपर सेक लगाये. सवाल : पिछले 15 साल से मैं शराब का सेवन करता हूं. लेकिन चार -पांच दिन पहले सरकार ने शराब पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिसके कारण शराब छोड़ना पड़ा. लेकिन शराब छोड़ने के बाद मुझे नींद नहीं आती है,पसीना भी आता है और कमजोरी भी लगती है. रंजन कुमार, धरहरा जवाब : शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है. अगर आपके हाथ-पैर में कंपन हो, नींद नहीं आती है और सिर में दर्द होता है तो आप तत्काल सदर अस्पताल में बने एडिक्शन सेंटर पहुंचे. आपके जैसे लोगों के लिए ही यह सेंटर बनाया गया है. जहां आपका इलाज आसानी से हो सकता है. —————————कैरियर काउंसेलिंग अभिषेक राज, कैरियर काउंसेलर

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