मधुबनी : जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत एएनएम के फर्जी प्रमाण पत्र की जांच के बाद सिविल सर्जन डाॅ अमर नाथ झा ने निदेशक प्रमुख, क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी व क्षेत्रीय अपर निदेशक से अग्रेतर कार्रवाई के लिए निर्देशन मांगा है.
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तीन एएनएम का प्रमाणपत्र फर्जी, जा सकती है नौकरी!
मधुबनी : जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत एएनएम के फर्जी प्रमाण पत्र की जांच के बाद सिविल सर्जन डाॅ अमर नाथ झा ने निदेशक प्रमुख, क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी व क्षेत्रीय अपर निदेशक से अग्रेतर कार्रवाई के लिए निर्देशन मांगा है. ज्ञात हो कि एएनएम इंदु सिन्हा पर कार्रवाई के लिए निदेशक प्रमुख पटना […]
ज्ञात हो कि एएनएम इंदु सिन्हा पर कार्रवाई के लिए निदेशक प्रमुख पटना से एएनएम किरण कुमारी पर कार्रवाई के लिए क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी दरभंगा व एएनएम उषा कुमारी पर अग्रेतर कार्रवाई के लिए क्षेत्रीय अपर निदेशक दरभंगा से मार्ग दर्शन मांगा है.
विधिसम्मत होगी कार्रवाई
सिविल सर्जन डॉ अमर नाथ झा ने बताया कि मामला काफी गंभीर है. जिसके कारण उक्त तीनों एएनएम के विरुद्ध अग्रेतर कार्रवाई के लिए उचित मार्ग दर्शन मांगा गया है. मार्ग दर्शन प्राप्त होने के बाद संबंधित एएनएम पर विधि सम्मत व नियमानुकूल कार्रवाई की जायेगी.
जांच पदाधिकारी को नहीं उपलब्ध कराया कागजात
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाबूबरही में कार्यरत एएनएम इंदु सिन्हा के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र के फर्जी होने के मामले में केशोनिजामत निवासी अधिवक्ता फुल मोहम्मद खां द्वारा परिवाद दायर किया गया था. परिवाद के आलोक में सिविल सर्जन द्वारा डा. आरडी चौधरी, एसीएमओ व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खजौली के प्रभारी को जांच का जिम्मा दिया गया. जांच पदाधिकारी को एएनएम के द्वारा शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया. साथ ही इनके द्वारा बार- बार अपने बयान बदलने का भी जिक्र करते हुए जांच पदाधिकारी द्वारा प्रतिवेदन सिविल सर्जन को उपलब्ध कराया गया. जांच प्रतिवेदन के आलोक में सीएस द्वारा निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं पटना से एएनएम इंदु सिन्हा के विरुद्ध अग्रेतर कार्रवाई का दिशा निर्देश की मांग की गई है.
जांच में प्रमाणपत्र निकला फर्जी
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंधराठाढी में पदस्थापित एएनएम किरण कुमारी के प्रवेशिका, एएनएम प्रशिक्षण प्रमाण पत्र एवं एएनएम निबंधन प्रमाण पत्र जाली होने का परिवाद दायर किया गया था. परिवाद के आलोक में सिविल सर्जन द्वारा जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डा. एसपी सिंह को मामले की जांच के लिए प्राधिकृत किया गया. जांच पदाधिकारी डा. सिनंह द्वारा सीएस को सौंपे गये प्रतिवेदन में बताया गया कि एएनएम किरण कुमारी द्वारा अपने पक्ष में बताया गया कि 2002 के बाढ में सभी प्रमाण पत्र सड़कर बर्बाद हो गया. वहीं जांच पदाधिकारी द्वारा विशेष श्रोत से प्राप्त कागजात से यह तथ्य सामने आया कि उक्त एएनएम का सभी प्रमाण पत्र जाली है.
और इनकी सेवा समाप्त की जा सकती है. मंतव्य के सीएस को जांच प्रतिवेदन सौंपा. जिसके बाद सिविल सर्जन उक्त मामले में क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी से किरण कुमारी के संबंध में अग्रेतर कार्रवाई के लिए दिशा निर्देश मांगा गया है.
एक माह बाद नहीं जमा किये कागजात
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुटौना में पदस्थापित एएनएम उषा कुमारी के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र का जांच कर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश क्षेत्रीय अपर निदेशक दरभंगा द्वारा सिविल सर्जन को दिया गया. निर्देश के आलोक में सिविल सर्जन द्वारा एसीएमओ डा. आरडी चौधरी व जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डा. एसपी सिंह को जांच का जिम्मा सौंपा गया. जांच पदाधिकारी द्वारा सीएस को दिये गये जांच प्रतिवेदन में कहा गया है
कि उक्त एएनएम द्वारा वर्ष 2002 की आयी बाढ में मेरा सभी प्रमाण नष्ट हो गया. जिसके लिए मुझे 30 दिनों का समय दिया जाय जिससे की भी सभी कागजात उपलब्ध करा सकूं. इस संबंध में 30 दिन बीतने के बाद भी एनएम द्वारा अपना कोई कागजात सिविल सर्जन को उपलब्ध नहीं कराया गया. जिसके बाद सीएस ने क्षेत्रीय अपर निदेशक से अग्रेतर कार्रवाई के लिए उचित मार्ग दर्शन की मांग किया है.
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