मधुबनी : बायोमीट्रिक सिस्टम से हाजिरी बनाने के बाद इसमें शून्य हाजिरी आने व इसके आधार पर सीएस द्वारा वेतन काटने के आदेश से आक्रोशित सदर अस्पताल के चिकित्सकों व कर्मियों ने बुधवार को काम काज बंद कर दिया.
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वेतन कटौती के आदेश से डाॅक्टर व कर्मियों ने कामकाज किया बंद
मधुबनी : बायोमीट्रिक सिस्टम से हाजिरी बनाने के बाद इसमें शून्य हाजिरी आने व इसके आधार पर सीएस द्वारा वेतन काटने के आदेश से आक्रोशित सदर अस्पताल के चिकित्सकों व कर्मियों ने बुधवार को काम काज बंद कर दिया. इससे करीब डेढ़ घंटे तक के लिये अस्पताल में इलाज को आने वाले कई मरीजों को […]
इससे करीब डेढ़ घंटे तक के लिये अस्पताल में इलाज को आने वाले कई मरीजों को वापस जाना पड़ा. हालांकि डेढ़ घंटे बाद डीएस द्वारा बायोमीट्रिक सिस्टम में गड़बड़ी होने का प्रमाण पत्र देने एवं सीएस द्वारा अपने वेतन कटौती के पूर्व के आदेश को रद्द करते हुए वेतन भुगतान के आदेश देने के बाद चिकित्सक व कर्मी वापस काम पर लौटे.
वेतन भुगतान में विलंब के कारण बुधवार को सदर अस्पताल के चिकित्सक व कर्मियों ने डेढ़ घंटे तक कार्य बहिष्कार कर अस्पताल प्रबंधन के समक्ष चुनौती पेश कर दिया. हालांकि डीएस द्वारा बायोमीट्रिक सिस्टम में गड़बड़ी के प्रमाण पत्र दिये जाने के बाद सभी चिकित्सक व कर्मी काम पर लौट गये. इस बीच उपचार के लिए आने वाले मरीजों में अफरा- तफरी का माहौल रहा. बाद में उपचार में आने वाले मरीजों को संबंधित विभाग के चिकित्सकों द्वारा पूर्व की भांति ही उपचार किया गया.
डीएस ने गड़बड़ी का दिया प्रमाण पत्र. बुधवार को सदर अस्पताल में चिकित्सक व कर्मियों के कार्य बहिष्कार के बाद डीएस द्वारा सिविल सर्जन को बायोमीट्रिक में गड़बड़ी होने का प्रमाण पत्र दिया गया . साथ ही उन्होंने सभी चिकित्सकों व कर्मियों के उपस्थिति को जायज ठहराया. डीएस के द्वारा जारी प्रमाण पत्र के आधार पर सीएस ने सभी कर्मियों व चिकित्सकों के भुगतान का आदेश दिया. जिसके बाद सभी लोग अपने काम पर वापस लौंटे.
वार्ता के बाद हुआ मरीजों का इलाज .
डीएस व सीएस के वार्ता के बाद कार्य पर लौटे चिकित्सकों ने के बाद सामान्य दिनों की भांति ही रोगियों का उपचार ओपीडी के विभिन्न विभागों में मरीजों का उपचार व अन्य कार्य संपादित किया गया. बायोमीट्रिक के खराबी को ठीक करने के लिए डीएस ने अस्पताल प्रबंधक को निर्देश दिया है कि आपूर्ति कर्ता से अविलंब इसे ठीक कराया जाय ताकि बायोमीट्रिक से उपस्थिति बनाने पर उपस्थिति शून्य न हो.
बायोमेट्रिक पर उठे सवाल
सदर अस्पताल में हुए विवाद के बाद अब बायोमीट्रिक मशीन पर भी सवालिया निशान उठ गया है. सदर अस्पताल में लगाये गये मशीन एक माह में ही खराब हो गया . सदर जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने एक अगस्त 17 से जिले के सभी कार्यालयों में बायोमीट्रिक से उपस्थिति बनाने का आदेश दिया था. जिसके बाद सदर सदर अस्पताल में बायोमीट्रिक से कर्मियों द्वारा उपस्थिति बनाया जाने लगा. अगस्त माह में बायोमीट्रिक से उपस्थिति बनाने के बाद भी कई चिकित्सक व कर्मियों के कई दिनों का उपस्थिति शून्य बताया गया .सदर अस्पताल में रोगी कल्याण समिति द्वारा दो बायोमीट्रिक खरीदारी का अनुमोदन किया गया था.
सदर अस्पताल में लगे बायोमीट्रिक एक माह में ही खराब हो गया. और इसका गाज चिकित्सकों व कर्मियों के वेतन भुगतान पर गिरा. लेकिन अंतत: चिकित्सक व कर्मी अपने उपस्थिति को लेकर जहां पास किये गये. वहीं बायोमीट्रिक पर एक माह में ही प्रश्न चिह्न खड़ा हो गया.
डीएस ने दिया बायोमेट्रिक की गड़बड़ी का प्रमाणपत्र
सीएस ने वेतन भुगतान का दिया आदेश
वेतन भुगतान के आश्वासन के बाद काम पर लौटे कर्मी
इलाज नहीं होने से कई मरीज वापस लौटे
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