लखीसराय : चिलचिलाती धूप व ऊमस भरी गरमी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. प्रभु भजन की जगह सोते उठते लोग उफ गरमी हाय गरमी का जुमला बकते दिख रहे हैं. अब सबकी आस मॉनसून पर टिकी हुई है. तीन दिनों से आसमान में आंशिक बादल दिखाई दे रहे हैं. इसके कारण बादलों की छांव मिलते ही लोगों की निगाहें मॉनसून के बारिश पर टिकनी शुरू हो जाती है, हालांकि जिले में मॉनसून अमूमन 15 जून के बाद ही आता है.
दो सालों में उम्मीद से कम बारिश होने के कारण समस से पूर्व भू-जल स्तर नीचे चला गया है.अधिकांश ग्रामीण इलाकों के चापाकल ने काम करना बंद कर दिया है. हालांकि इस बार मौसम विज्ञानियों ने देश में अच्छी बारिश होने के संकेत दिये हैं. वहीं मॉनसून के कुछ देर से आने की संभावना जतायी गयी है. इसके 18 से 20 जून के मध्य दस्तक दिये जाने की बात कही गयी है. मौसम के जानकारों का कहना है कि आसमान में बादलों का बनना प्रारंभ हो गया है.
केरल में इस सप्ताह के अंत में पहुंच जाने की उम्मीद जतायी जा रही है. पिपरिया प्रखंड के क्षेत्रीय किसान शिव पार्वती नंदन सिंह, प्रह्राद सिंह, गोपाल सिंह, संजय कुमार आदि ने बताया कि मॉनसून के बादल भले ही देर से आये पर दुरुस्त आयें. अब तो उनकी निगाहें मॉनसून पर टिकी हुई है.जल्दी बारिश हो और उन्हें दो महीनों की गरमी से राहत मिले.