लखीसराय : चानन थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग गांवों में शनिवार की देर रात नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के आरोप लगाते हुए दो लोगों को गोलियों से भून डाला. जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने भलूई पंचायत के बासकुंड कोड़ासी निवासी 55 वर्षीय मोगल कोड़ा को शनिवार की देर रात सोये अवस्था में जगाने के बाद घर से बाहर निकाला व घर से कुछ ही दूरी पर हाथ-पांव बांधकर गोलियों से भून डाला. नक्सलियों ने मोगल कोड़ा के शरीर में आधा दर्जन से अधिक गोलियां मारीं, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. वहीं, कुंदर पंचायत के गोबरदाहा कोड़ासी में नक्सलियों ने यमुना कोड़ा के दामाद संजय कोड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी. संजय कोड़ा जमुई जिले के लक्ष्मीपुर थाने के नवाडीह गांव निवासी गोविंद कोड़ा का पुत्र है.
वह सात वर्ष पूर्व अपने ससुराल गोबरदाहा कोड़ासी में आकर बस गया था तथा अपना घर बनाकर रहता था. इन दोनों की हत्या के बाद दोनों स्थानों पर नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी करने वालों के साथ इसी तरह की घटना को अंजाम देने की धमकी भरा पर्चा छोड़ा है.
रविवार की सुबह घटना की जानकारी होने पर एएसपी अभियान पवन उपाध्याय के नेतृत्व में पुलिस बल, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन एवं एसटीएफ बल के जवान घटनास्थल पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा तथा मामले में जांच प्रारंभ कर दी. पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने बताया कि घटना को नक्सलियों ने अंजाम दिया है. प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है.
मोगल कोड़ा था सामाजिक कार्यकर्ता
मोगल कोड़ा एक सामाजिक कार्यकर्ता था, जिसके कारण गांव समाज में उसकी पकड़ भी था और जरूरत पड़ने पर ग्रामीणों की मदद भी करता था. वह एक संपन्न किसान भी था. मोगल कोड़ा ने दो शादियां कर रखी थीं. एक शीतला कोड़ासी में तथा दूसरा बरमसिया कोड़ासी में. पहली पत्नी कलबा देवी से दो पुत्र अशोक एवं दशरथ है तथा दूसरी पत्नी गुजरी देवी से पांच बेटी सुनरवा देवी, रूकमा देवी, अनीता देवी, सनिला कुमारी तथा समिता कुमारी है.