गलगलिया(किशनगंज). श्रीनगर के बटमालू में एसएसबी की 10 वीं वाहिनी ने सिलीगुड़ी के एसएसबी जवान शहीद रोहिणी चंद्र रॉय की 14 वीं पुण्यतिथि मनाई.शहीद रोहिणी चंद्र रॉय, सीनियर फील्ड असिस्टेंट (वेटी) ने सरकारी ड्यूटी पर जाते समय छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा-सुकमा राजमार्ग पर नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में दुखद रूप से अपनी जान गंवा दी थी. उनका सर्वोच्च बलिदान वर्ष 2010 में इसी दिन हुआ था.19 जनवरी, 1966 को जन्मी रोहिणी चंद्र रॉय पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी के रहने वाले थे.उन्होंने सशस्त्र सीमा बल के एक बहादुर और समर्पित सदस्य के रूप में सेवा की और निस्वार्थता और वीरता की विरासत को पीछे छोड़ गए. सशस्त्र सीमा बल, रोहिणी चंद्र रॉय, एसएफए (वेटी) के वीरतापूर्ण कार्य को याद करता है, जिन्होंने राष्ट्र के लिए कर्तव्य की राह पर अपने प्राणों की आहुति दे दी.इस सम्मानित शहीद के बलिदान को याद करने के लिए, कमांडेंट रोहिताश्व ने 10 बटालियन एसएसबी के सभी कर्मियों के साथ उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनहें भावभीनी श्रद्धांजलि दी.यह समारोह देश की सेवा में शहीद रोहिणी चंद्र रॉय के द्वारा दिखाए गए समर्पण और साहस की एक मार्मिक याद दिलाता है. 10 वीं वाहिनी एसएसबी, साथ ही साथ पूरी सशस्त्र सीमा, शहीद रोहिणी चंद्र रॉय की स्मृति का सम्मान करने और उनके निस्वार्थ बलिदान के लिए अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए एकजुट है. उनकी आत्मा राष्ट्र की सुरक्षा की रक्षा करने और बहादुरी और कर्तव्य के मूल्यों को बनाए रखने के लिए आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित और प्रोत्साहित करती रहेगी. शहीद के परिवार के सदस्य भी वीडियो कॉल के जरिए कार्यक्रम के साक्षी बने.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है