किशनगंज. सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा देने और गृह प्रसव की घटनाओं को शून्य करने के उद्देश्य से मंगलवार को टेढ़ागाछ प्रखंड में एक विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया. प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित इस अभियान में गर्भवती महिलाओं और उनके परिवारों को संस्थागत प्रसव के महत्व और सरकारी सुविधाओं की जानकारी दी गई. अभियान के तहत आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम, जीविका दीदियों और पंचायत प्रतिनिधियों को भी निर्देश दिए गए कि वे गर्भवती महिलाओं तक पहुंचकर उन्हें अस्पताल में प्रसव के लिए प्रेरित करें. सिविल सर्जन डॉ मंजर आलम ने कहा कि गृह प्रसव के कारण जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है, जिससे कई बार मां और शिशु की जान भी खतरे में पड़ सकती है. संस्थागत प्रसव से मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में कमी आती है. सरकार का प्रयास है कि हर गर्भवती महिला को अस्पताल में प्रसव कराने के लिए प्रेरित किया जाए. टेढ़ागाछ PHC में सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं, इसलिए सभी महिलाएं वहां सुरक्षित प्रसव कराएं. जागरूकता अभियान के तहत सभी आशा कार्यकर्ताओं, एएनएम, आंगनबाड़ी सेविकाओं और जीविका दीदियों को निर्देश दिया गया कि वे गर्भवती महिलाओं और उनके परिवारों से नियमित संपर्क बनाए रखें और उन्हें अस्पताल में प्रसव के लिए प्रोत्साहित करें.टेढ़ागाछ एमओआईसी ने कहा कि अब कोई भी महिला संसाधनों के अभाव में घर पर प्रसव करने को मजबूर न हो. सरकार द्वारा सभी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं, इसलिए हर गर्भवती महिला को अस्पताल में प्रसव कराना चाहिए.अभियान के दौरान कई गर्भवती महिलाओं और उनके परिजनों ने संस्थागत प्रसव के लिए अपनी सहमति दी. इस जागरूकता कार्यक्रम से टेढ़ागाछ में संस्थागत प्रसव का प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है.
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