किशनगंज:शहर से सटे पश्चिम बंगाल के कानकी में रेलवे लाइन के बीच पड़े सिर कटा शव की पहचान कर ली गयी है. बुधवार की देर शाम परिजनों ने शव की पहचान मो नजरुल आलम (34) सिमलिया कानकी के रूप में की. नजरुल पेशे से बिजली मिस्त्री था. सोमवार को प्रात: वह काम के सिलसिले में घर से बाहर निकला था, लेकिन देर शाम जब वह घर वापस नहीं लौटा, तो परिजनों को उसकी चिंता सताने लगी. परिजनों ने हर संभव ठिकानों पर उसकी तलाश की.
नजरुल का मोबाइल स्विच ऑफ होने के कारण परिजनों का उससे संपर्क नहीं हो पाया. गत मंगलवार प्रात: घर से लगभग आधा किमी की दूर एक व्यक्ति की सिर कटा खून से लथपथ व शव रेलवे लाइन के किनारे पड़ा मिला. घटना की जानकारी रेल पुलिस को मिलते ही उसने शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम हेतु इस्लामपुर अस्पताल भेज दिया. मंगलवार व बुधवार को भी नजरुल के घर वापस न लौटने पर परिजनों को किसी अनिष्ट की आशंका सताने लगी थी. अंतत: परिजन इस्लामपुर अस्पताल में सुरक्षित रखे शव की पहचान करने इस्लामपुर अस्पताल पहुंच गये. पत्नी रोशन आरा ने शव की शिनाख्त नजरुल के रूप में की.
शव की पहचान होने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. घटना की जानकारी मिलते ही दालकोला रेल थाना के थानाध्यक्ष बीके पाल भी दल बल के साथ अस्पताल पहुंच गये तथा परिजनों से पूछताछ कर मामले की जांच में जुट गये. पुलिस ने जांच में खोजी कुत्ताें का भी सहारा लिया, परंतु नतीजा सिफर ही निकला. थानाध्यक्ष श्री पाल ने बताया कि शव को फारेंसिक जांच के लिए सिलीगुड़ी भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही अनुसंधान को दिशा मिल सकेगी.
परिजनों ने नजरुल की हत्या की आशंका जताते हुए कहा कि उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. इलेक्ट्रिक मिस्त्री का काम कर वह किसी तरह अपने परिवार का भरण पोषण किया करता था. परिजनों ने बताया कि नजरुल की हत्या अन्यत्र कर दी गयी थी तथा पुलिस को दिग्भ्रमित करने के लिए उसे नंगा कर शव को रेल पटरियों के बीच फेंक दिया गया. उन्होंने बताया कि घटना स्थल के निकट रेलवे लाइन के किनारे पड़े खून के धब्कों को देखने से स्पष्ट प्रतीत होता है कि शव को घसीट कर रेल की पटरियों तक ले जाया गया था. उन्होंने बताया कि मृतक के शरीर के विभिन्न अंगों पर गहरे जख्मों को देख ऐसा प्रतीत होता है कि उसे किसी धारदार हथियार से कई बार बेरहमी से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया गया है. घटना स्थल से मृतक के सिर के गायब हो जाने से पुलिस भी असमंजस की स्थित में पड़ गयी है. गुरुवार को पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से घटना स्थल के निकट स्थित पानी से भरे गड्ढे में भी सिर की सघन तलाशी ली, लेकिन नतीजा सिफर ही निकला.