– प्राचार्य को जानकारी नहीं, सेमिनार के लिए छात्राओं से जमा ले लिया छह सौ रूपये शिक्षक के मनमाने रवैये का एनएसयूआई ने किया विरोध – प्राचार्य को ज्ञापन सौंपकर किया विरोध सेमीनार के नाम पर अवैध वसूली का छात्राओं ने लगाया आरोप कटिहार केबी झा कॉलेज के बॉटनी शिक्षक द्वारा छात्राओं को स्कूल ड्रेस में कक्षा में आने के जारी फरमान से छात्राएं हतप्रभ हैं. बॉटनी शिक्षक की मनमानी इतनी की बिना प्राचार्य के अनुमति छात्राओं से सेमिनार के नाम पर साढ़े छह सौ रूपये लेकर सेमिनार आयोजित करने को लेकर निर्णय ले लिया गया. कई छात्राओं ने जमा भी कर दी. इसकी शिकायत पर बुधवार को एनएसएयूआई के छात्र नेता अमित पासवान, विशाल रमाणी के नेतृत्व में दर्जनों छात्राओं ने प्राचार्य कक्ष में आक्रोश पूर्ण विरोध जताया. बॉटनी शिक्षक अजय कुमार के मनमानी रवैये के विरोध में एक मांग पत्र भी कॉलेज के प्राचार्य को सौंपा है. सेमीनार के नाम पर साढ़े छह सौ रूपये मांगे जाने का एक वीडियो भी वायरल हुआ. जिसको लेकर छात्राओं व एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने जमकर बवाल काटा. हालांकि वायरल वीडियो का प्रभात खबर पुष्टी नहीं करता है. मामले को गंभीरता से लेते हुए केबी झा कॉलेज के प्राचार्य डॉ हरेन्द्र कुमार सिंह के समक्ष बुलाया गया. जहां छात्राओं ने बॉटनी शिक्षक अजय कुमार के विरूद्ध में कई तरह के आरोप लगाये. उनलोगों का कहना था कि शिक्षक द्वारा बार बार कहा जाता है कि बिना स्कूल ड्रेस वर्ग में प्रवेश नहीं करें. इसको लेकर कई छात्राओं द्वारा स्कूल ड्रेस तक सिला ली है. एनएसयूआई के छात्र नेता अमित पासवान ने पीयू के डीएसडब्ल्यू को फोन से इस मामले को अवगत कराया. जहां डीएसडब्ल्यू मरगूब आलम द्वारा स्पष्ट रूप से बताया गया कि स्कूल ड्रेस महाविद्यालय में अब तक निर्धारित नहीं किया गया है. ऐसे में छात्राओं को स्कूल ड्रेस में आने को लेकर परेशान करने के सामान है. उनके द्वारा महाविद्यालय के प्राचार्य को उक्त शिक्षक के ऊपर कार्रवाई को लेकर बात कही. इतना ही नहीं बताया कि किसी तरह के सेमिनार के लिए कुलसचिव से अनुमति लेना आवश्यक है. मांग पत्र सौंपने के दौरान अभाविप के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विक्रांत सिंह, विशाल सिंह, एनएसयूआई सचिव विशाल रमानी, नकुल पासवान, शुभम पासवान, कुंदन भगत समेत अन्य मौजूद थे. सेमिनार को लेकर नहीं है जानकारी ——————————————- केबी झा कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य हरेंद्र सिंह का कहना है कि सेमिनार के बारे में उन्हें किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं है न ही इसकी अनुमति ली गयी है. कार्यालय के नियम का उल्लंघन करने के कारण शिक्षक अजय कुमार के विरोध में एक मांगपत्र दिया गया है. गलत पाए जाने पर वह दंड के भागी होंगे. राज्यपाल की अनुमति नहीं होने के कारण महाविद्यालय परिसर में किसी भी प्रकार का ड्रेस कोड अभी तक उपलब्ध नहीं कराया गया है. बॉटनी शिक्षक अजय कुमार से पूछा जायेगा कि ड्रेस कोड कैसे जारी कर दिया गया. महाविद्यालयों में नहीं है छात्र छात्राओं के लिए ड्रेस कोड ——————————————————————- कॉलेज में छात्र छात्राओं के लिए अब तक काेई ड्रेस कोड नियम जारी नहीं किया गया है. शिक्षक द्वारा इस तरह के निर्णय से छात्राओं को परेशानी होगी. प्राचार्य को इस पर त्वरित संज्ञान लेने की जरूरत है. बिना प्राचार्य के अनुमति के इस तरह के आदेश जारी करना मनमानी का द्योतक है. इस मामले को पीयू कुलपति से अवगत कराया जायेगा. डॉ अनन्त प्रसाद गुप्ता, कुलसचिव, पीयू
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