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खतरे के निशान से गंगा ऊपर तीन दर्जन पंचायतें हैं प्रभावित

कटिहार : जिले में महानंदा नदी के जलस्तर में फिर से अप्रत्याशित वृद्धि शुरू हो गयी है. गुरुवार को महज आठ घंटे के भीतर इस नदी के जलस्तर में 30 सेंटीमीटर से अधिक का इजाफा हो गया है. लोगों को फिर से बाढ़ का भय सताने लगा है. दूसरी तरफ गंगा, कोसी, बरंडी व कारी […]

कटिहार : जिले में महानंदा नदी के जलस्तर में फिर से अप्रत्याशित वृद्धि शुरू हो गयी है. गुरुवार को महज आठ घंटे के भीतर इस नदी के जलस्तर में 30 सेंटीमीटर से अधिक का इजाफा हो गया है. लोगों को फिर से बाढ़ का भय सताने लगा है. दूसरी तरफ गंगा, कोसी, बरंडी व कारी कोसी नदी के जलस्तर में कोई कमी नहीं है.

गुरुवार को इन नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गयी है. गंगा नदी काढ़ागोला में 137 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जबकि कोसी नदी भी खतरे के निशान से 108 सेंटीमीटर ऊपर है. बरंडी नदी खतरे के निशान से 91 सेंटीमीटर ऊपर है. इन नदियों के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी फैल गया है.
जानकारी के मुताबिक पांच प्रखंड के तीन दर्जन से अधिक पंचायतों में बाढ़ का पानी पहुंच चुका है. ऐसे बाढ़ प्रभावित पंचायतों के लोग ऊंचे शरण में जाने के लिए तैयारी करने में जुटे है. कुछ स्थानों पर प्रशासनिक स्तर से राहत व बचाव कार्य शुरू किए जाने का दावा किया गया है. ऐसे प्रभावित इलाके में कुछ जगहों पर सामुदायिक किचन संचालित किया जा रहा है.
जिला प्रशासन ने स्थानीय अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य में कोई कमी नहीं रखने के लिए निर्देशित किया है. प्रशासनिक सूत्रों की माने तो एक लाख से अधिक की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. बाढ़ से कुरसेला, बरारी, मनिहारी, अमदाबाद एवं बरारी प्रखंड के लोग परेशान है. खासकर महिला व बच्चों को बाढ़ की वजह से अत्यधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है
महानंदा के जलस्तर में फिर से उफान: महानंदा नदी के जलस्तर में गुरुवार को फिर से वृद्धि दर्ज की गयी है. जबकि गंगा, कोसी व बरंडी नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है. महानंदा नदी गुरुवार को सात-आठ घंटे के दौरान करीब 15 से 45 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गयी है.
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार महानंदा नदी झौआ में गुरुवार की सवेरे जलस्तर 30.17 मीटर था, जो आठ घंटे बाद दोपहर में बढ़कर जलस्तर 30.62 मीटर हो गया. इसी नदी के बहरखाल में 29.92 मीटर था, जो आठ घंटे बाद 30.37 मीटर हो गया.
आजमनगर में गुरुवार की सवेरे 29.27 मीटर था, दोपहर में बढ़कर 29.53 मीटर हो गया. इसी नदी के धबौल में जलस्तर 28.70 मीटर था, जो आठ घंटे बाद जलस्तर 29.00 मीटर हो गया. कुर्सेल में इस नदी का जलस्तर 30.25 मीटर था, जो गुरुवार की दोपहर में बढ़कर 30.57 मीटर हो गया.
इस नदी का जलस्तर दुर्गापुर में 27.38 मीटर था, जो बढ़कर 27.68 मीटर हो गया. गोविन्दपुर में इस नदी का जल स्तर गुरुवार की 27.31 मीटर था. आठ घंटे बाद यानी दोपहर में यहां का जलस्तर बढ़कर 27.33 मीटर हो गया.
गंगा, बरंडी व कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि
गंगा व कोसी नदी के जलस्तर में गुरुवार को वृद्धि दर्ज की गयी है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार गंगा नदी के रामायणपुर में गुरुवार की सुबह 27.91 मीटर दर्ज किया गया.
दोपहर में यहां का जलस्तर बढ़कर 27.92 मीटर हो गया. इसी नदी के काढ़ागोला घाट पर जलस्तर 31.21 मीटर दर्ज किया गया था. आठ घंटे बाद दोपहर में बढ़कर 31.24 मीटर हो गया. बरंडी नदी का जलस्तर एनएच-31 के डूमर पर गुरुवार की सुबह 31.50 मीटर दर्ज किया गया.
आठ घंटे बाद दोपहर में जलस्तर बढ़कर 31.51 मीटर हो गया. कोसी नदी का जलस्तर कुरसेला रेलवे ब्रिज पर भी वृद्धि जारी रही. गुरुवार की सुबह इस नदी का जलस्तर यहां 31.07 मीटर दर्ज की गयी. आठ घंटे बाद गुरुवार की सवेरे यहां का जलस्तर बढ़कर 31.08 मीटर दर्ज किया गया. कारी कोसी नदी का जलस्तर चेन संख्या 389 पर सवेर 29.05 मीटर दर्ज किया गया. जबकि आठ घंटे बाद दोपहर में 29.07 मीटर हो गया है.
सांसद ने भम्रण कर जाना हाल
कुरसेला : सांसद दुलाल चंद गोस्वामी ने गुरुवार को प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों का भ्रमण कर बाढ़ की स्थितियों को जायजा लिया. भम्रण क्रम में सांसद ने बाढ़ प्रभावित परिवारों से मिल कर उनका हाल जाना. सुबह से बाढ़ क्षेत्र भम्रण के क्रम में सांसद श्री गोस्वामी प्रखंड क्षेत्र के शाहपुर धर्मी पंचायत के शेरमारी, चांयटोला, खेड़वार टोला, कटरिया, दक्षणी मुरादपुर पंचायत के पत्थल टोला, बालूटोला, तीनघरिया, पूर्वी मुरादपुर व जरलाही पंचायत के मलेनिया, पश्चिमी मुरादपुर पंचायत के कुरसेला बस्ती आदि गांवों का भम्रण किया.
क्षेत्र भम्रण के क्रम में सांसद ने स्थानीय अधिकारियों को राहत व बचाव कार्य चलाने का निर्देश दिया. शेरमारी गांव के समीप सड़क सह तटबंध के कटाव स्थल पहुंच कर बचाव राहत कार्य के एहतियाती उपायों को अपनाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को सहायता और सुरक्षा प्रदान करें.
मौके पर जदयू के जिला अध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव, मुखिया मनीष सिंह, शाहपुरधर्मी पंचायत के मुखिया बबलू सिंह, पस सदस्य बरुण मंडल, पूर्व पस सदस्य दीपक कुमार सिंह, गुड्डू यादव, बिमल मंडल, संतोष अग्रवाल, मनोज जायसवाल(बेबी), मोती लाल मंडल, बिन्देश्वरी मंडल, योगेन्द्र गुप्ता, हलीम जांबाज, ओंकार कृष्ण, त्रिलोक नाथ झा आदि उपस्थित थे.
जोखिम में डालकर आवागमन करते लोग
अमदाबाद. प्रखंड के छोटा रघुनाथपुर प्रखंड परिसर से पीछे सहित विभिन्न स्थानों से बाढ़ क्षेत्र इलाकों के लिए खुलने वाली छोटी नाव पर क्षमता से अधिक लोड किया जा रहा है. छोटी नौका पर क्षमता से अधिक लोड करना खतरे से खाली नहीं है.
नाविक द्वारा चंद रुपयों के खातिर लोगों का जान जोखिम में डालकर छोटी नाव पर क्षमता से अधिक लोड कर ढोया जा रहा है. इस दिशा में प्रशासन भी कुछ नहीं कर रही है. नाविकों द्वारा अधिक वसूली भी किया जा रहा है. यहां तक की सरकारी स्तर पर चलने वाली नाव पर भी सफर करने वाले व्यक्तियों से पैसे वसूली की जा रही है.
स्थानीय प्रशासन के नाक के नीचे प्रतिदिन ब्लॉक परिसर से पीछे एवं प्रखंड मुख्यालय से करीब 500 मीटर की दूरी पर अवस्थित छोटा रघुनाथपुर गांव से दर्जनों नाव मेघु टोला, हरदेव टोला, गोलाघाट, तिलोकी डारा, घेरा गांव, झब्बू टोला, युसूफ टोला, कीर्ति टोला, बबला बन्ना, पार दियारा सहित विभिन्न गांवों के लिए नाव खुलता है. बुधवार को छोटी नाव पर क्षमता से अधिक लोड कर लेने पर भरत टोला एवं बबला बन्ना गांव के बीच नाव डूबते डूबते नाव बच गई. बड़ी घटना होते-होते टल गया. इसके बावजूद भी प्रशासन लापरवाह हैं.

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