Advertisement
शराबी को पकड़ा, फिर रुपये लेकर ओपी से छोड़ा
वायरल हुए वीडियो से एकबार फिर हो रही पुलिस की किरकिरी वीडियो में एएसआइ कह रहे, शराबी को पकड़ थाने भेजा था, उसे जेल क्यों नहीं भेजा गया, उसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं थानेदार ने कहा, उन्हें फंसाने की हो रही साजिश कटिहार : जिले में एकबार फिर एक वायरल वीडियो से पुलिस कटघरे […]
वायरल हुए वीडियो से एकबार फिर हो रही पुलिस की किरकिरी
वीडियो में एएसआइ कह रहे, शराबी को पकड़ थाने भेजा था, उसे जेल क्यों नहीं भेजा गया, उसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं
थानेदार ने कहा, उन्हें फंसाने की हो रही साजिश
कटिहार : जिले में एकबार फिर एक वायरल वीडियो से पुलिस कटघरे में है. वीडियो के अनुसार, पुलिस ने एक शराबी को पकड़ा, लेकिन उसे जेल भेजने के बजाय पांच हजार रुपये लेकर ओपी से छोड़ दिया गया. हालांकि वीडियो में कितनी सच्चाई है, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगी. फिलहाल एसपी ने कहा है कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी. वायरल वीडियो में एएसआइ विपिन कुमार बता रहे हैं कि तेलता ओपी क्षेत्र में 30 सितंबर को दुर्गापूजा के दौरान मेले में उनकी ड्यूटी लगी थी.
वहां से उन्होंने एक शराबी धीरेन दास को पकड़ कर दो होमगार्ड के जवानों के साथ थाने भेज दिया था. इसकी सूचना उन्होंने थानाध्यक्ष को भी दी थी. अब आरोपित के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर उसे जेल क्यों नहीं भेजा गया, उसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. वहीं दूसरे वीडियो में एक व्यक्ति जो खुद को उक्त शराबी धीरेन दास का चचेरा भाई कमलेश कुमार सिंह बता रहा है, वह कह रहा है कि उसने बिचौलिये के माध्यम से ओपी अध्यक्ष को पांच हजार रुपये दिया, जिसके बाद धीरेन को थाने से छोड़ दिया गया.
अब सवाल यह उठता है कि जब कानून के रक्षक ही राज्य सरकार के आदेश की अवहेलना करें तो फिर बिहार किस प्रकार मद्य निषेध राज्य बन पायेगा. मद्य निषेध अधिनियम में कई बदलाव के साथ कानून को भी सख्त किया गया है, ताकि कोई भी शराबी व शराब कारोबारी बचने न पाये पाये.
पर, राज्य सरकार के अधीनस्थ पदाधिकारी व कर्मी ही राज्य सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला बारसोई अनुमंडल के तेलता ओपी क्षेत्र का है, जहां शराबी को थानाध्यक्ष ने चढ़ावा लेकर छोड़ दिया. आरोपित के भाई ने ही थानाध्यक्ष पर रुपये लेकर छोड़ देने का आरोप लगाया है.
30 सितंबर को मेले में लिया था हिरासत में
एएसआइ विपिन कुमार से बात करने पर उन्होंने बताया कि उनका स्थानांतरण सेमापुर हो गया है. उन्होंने बताया कि 30 सितंबर को तेलता ओपी क्षेत्र में दुर्गापूजा के दौरान मेला लगा हुआ था.
वहां प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी के साथ वह सुरक्षा व्यवस्था में तैनात थे. इसी क्रम में धीरेन दास नाम के एक व्यक्ति को शराब के नशे में पकड़ा गया. धीरेन दास मेले में एक व्यक्ति से मारपीट कर रहा था. विपिन कुमार ने इसकी जानकारी दंडाधिकारी को देते हुए दो होमगार्ड के जवानों के साथ आरोपित धीरेन दास को आेपी भेज दिया.
इसके बाद विपिन कुमार ड्यूटी समाप्त कर ओपी पहुंचे तथा उक्त आरोपित के बारे में पूछताछ की. इस क्रम में अवर निरीक्षक विपिन को पता चला कि न तो आरोपित का मेडिकल कराया गया और न ही प्राथमिकी दर्ज की गयी. एएसआइ विपिन कुमार ने बताया कि वह तो आरोपित को शराब के नशे में मारपीट करने के आरोप में ओपी भेजे थे. उसे क्यों छोड़ा गया इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है.
पांच हजार रुपये दिये
वायरल वीडियो में धीरेन के चचेरे भाई कमलेश सिंह ने बताया कि मेले से उसके भाई धीरेन को शराब के नशे में गिरफ्तार कर ओपी भेजा गया. उसके पीछे-पीछे वह ओपी पहुंचा व ओपी अध्यक्ष से उसे छोड़ने की गुहार लगायी. उसने फतेहपुर निवासी एक बिचौलिये मुंशी के मार्फत पांच हजार रुपये ओपी अध्यक्ष को दिया. उसके बाद उसके भाई को छोड़ दिया गया.
मामले की जांच कर होगी कार्रवाई
जिले में शराब कारोबारी व शराबियों के विरुद्ध पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. अगर इस मामले में किसी पुलिस पदाधिकारी की ओर से पकड़े गये आरोपित को छोड़े जाने की बात सामने आ रही है, तो निश्चित ही मामले में जांच कर कार्रवाई की जायेगी.
डॉ सिद्धार्थ मोहन जैन, एसपी
उनके ऊपर जो भी आरोप लगाये गये हैं वह बेबुनियाद हैं. साजिश के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है.
महेश शर्मा, तेलता ओपी अध्यक्ष
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement