चैनपुर. बेतिया पुलिस लाइन में स्थित बैरक में शनिवार की रात अपने ही साथी की गोलियों का शिकार हुए सिपाही चैनपुर थाना क्षेत्र के रघुवीरगढ़ गांव निवासी मुक्ति प्रकाश राम के 35 वर्षीय पुत्र सोनू कुमार का शव तिरंगे में लिपटकर पैतृक गांव पहुंचा. शव के पहुंचते ही पूरे गांव में मातम पसर गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. शनिवार की रात 11 बजे के आसपास सोनू को उसी के साथी सिपाही सर्वजीत ने अपने सर्विस राइफल से गोलियों से छलनी कर दिया था. सोनू को गोली मारने के बाद सर्वजीत बैरक के छत पर चढ़ गया था. जिसे पकड़ने में पुलिस लाइन में मौजूद पुलिस पदाधिकारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस घटना की सूचना मिलते ही परिजन बेतिया पहुंचे, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव को उन्हें सौंप दिया गया. लोगों ने नम आंखों से दी श्रद्धांजलि तिरंगे में लिपटे सिपाही सोनू कुमार का शव जैसे उसके गांव पहुंचा, आखिरी दर्शन के लिए लोग घर पहुंचे. लोगों ने मृत सिपाही को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. उनका गोलियों से छलनी शव को देख लोगों में आक्रोश भी देखा गया. लोगों का कहना था कि सोनू के हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, जो इस तरह का कृत्य करने वालों के लिए नजीर बन सके. शव के पहुंचने की सूचना मिलते ही आसपास के गांव से काफी संख्या में लोग रघुवीरगढ़ पहुंचने लगे. रघुवीरगढ़ गांव में लोगों का हुजूम जमा हो गया. सभी लोगों का रुख मृतक सिपाही के घर की तरफ ही था. लोगों ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि गिरफ्तार हत्यारे के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी. # पति का गोलियों से छलनी शरीर देख पत्नी हुई बेहोश, मांगा न्याय बेतिया में अपने ही साथी के गोलियों का शिकार हुए सिपाही सोनू कुमार का शव तिरंगे में लिपटकर गांव पहुंचा. जहां अपने पति का गोलियों से छलनी शरीर देख उसकी पत्नी बेहोश हो गयी. वहां मौजूद महिलाओं ने सिपाही की पत्नी को लगातार ढांढ़स बंधा रही थी. लेकिन, वह अपने पति की हत्या के लिए न्याय की मांग कर रही थी. आंखों से निरंतर बह रहे आंसुओं के बीच उसने पति के हत्यारे को फांसी देने की मांग की. मृतक की पत्नी का कहना था कि जिस प्रकार सर्वजीत ने उसके पति की हत्या कर दी है. इसी प्रकार उसको भी कड़ी सजा मिलनी चाहिए. # शव के पास खड़ी दोनों बच्चियों को देख छलक पड़ी लोगों की आंखें सिपाही सोनू की मौत के बाद उनकी दो बच्चियों के पालन पोषण की सारी जिम्मेवारी उनके पत्नी के कंधों पर आ गयी है. शव के पास उसके दोनों बच्चियों को खड़े देख लोगों की आंखें छलक उठी. लोगों ने बताया कि सोनू की दो बेटियां हैं, जिसमें बड़ी बेटी की उम्र लगभग साढ़े तीन साल तो छोटी बेटी की उम्र लगभग डेढ़ साल है. शव के पास खड़े होकर दोनों अपने पिता के चेहरे को देख रही थी. जैसे उसके पिता उठकर उन्हें गोद में उठा लेंगे. शायद दोनों मासूमों को पिता के साथ हुए इस दर्दनाक हादसे के बारे में भले ही समझ न हो, लेकिन वहां मौजूद लोग इस बात को समझ रहे थे जिन्हें देखकर लोगों की आंखें बरबस ही छलक उठती थी. # तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था सोनू पढ़ाई-लिखाई में अव्वल सोनू अपने तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था. उसने अंग्रेजी से ऑनर्स करने के बाद विभिन्न नौकरियों के लिए फॉर्म भरे तभी उसका चयन बिहार पुलिस में हो गया. 2019 में उसकी शादी हुई थी व शादी के बाद उसकी दो बच्चियां हैं. सोनू का बड़े भाई टीचर हैं. वहीं, छोटे भाई अभी पढ़ाई कर रहे हैं. लोगों ने बताया कि सोनू काफी मिलनसार स्वभाव के थे. वह जब भी छुट्टी पर गांव आते, तो सभी लोगों से जरूर मिलते थे. परिजनों के साथ -साथ लोगों ने भी सोनू को जल्द से जल्द न्याय दिलाने की मांग की. लोगों का कहना था कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई कर जल्द से जल्द हत्यारे को कठोर सजा दी जाये.
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