मोहनिया शहर : नगर पंचायत में ठंड व शीतलहर को देखते हुए अलाव की व्यवस्था तो की गयी है, पर इसे काफी कम जगहों पर ही जलाया जा रहा है. इस अलाव में लकड़ी नाममात्र की ही डाली जा रही है, जो थोड़ी ही देर में ठंडी पड़ जाती है. इसके कारण लोगों को अलाव का फायदा नहीं मिल पा रहा है. लोग बताते हैं कि अलाव तो जलाया जाता है, लेकिन कुछ ही देर में ठंडा हो जाता है. अलाव को पूरी रात जलना चाहिए, जिससे लोगों को लाभ मिल सके. शाम ढलते ही नाममात्र की लकड़ियों के टुकड़े जला कर छोड़ दिया जाता है, जो थोड़ी ही देर में राख का रूप ले लेता है. रात ढलने के साथ राहगीर व मुसाफिर अलाव की ओर बढ़ते हैं,
तो उन्हे बुझी राख के सिवा कुछ भी प्राप्त नहीं होता है. नगर पंचायत ने नगर में इतनी कम जगहों में अलाव की व्यवस्था की है कि नगर के अधिकतर भाग आज भी अछूते बने हुए हैं, जहां लोग कूड़ा जला कर ठंडक को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं. खास बात यह है कि शहर में नगर पंचायत द्वारा अलाव जलाने का दावा तो किया जा रहा है. लेकिन, हकीकत कुछ और है. अलाव के नाम पर केवल कोरम पूरा किया जा रहा है.
मोहनिया शहर में छह जगह जलाया जाता है अलाव: नगर पंचायत प्रशासन की ओर से शहर के छह स्थानों पर लोगों के लिए अलाव की व्यवस्था की जाती है. पिछले चार दिनों से बढ़ती ठंड ने अलाव की जरूरत को पुख्ता कर दिया है. मोहनिया शहर में ठंड को लेकर छह जगह पर अलाव जलाया जाता है, जिसमें भभुआ रोड स्टेशन, नगर पंचायत गेट, सरकारी अस्पताल, बस स्टैंड, चांदनी चौक एवं डड़वा प्रमुख हैं. जानकारी के अनुसार दो से तीन जगहों पर ही अलाव जलाया जा रहा है.
कुदरा व पुसौली में नहीं हुई अलाव जलाने की व्यवस्था : मोहनिया अनुमंडल के कुदरा व पुसौली में अलाव की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन द्वारा नहीं की गयी है. पिछले चार दिनों से बढ़ी ठंड व पछुआ हवा से लोग परेशान हैं, जो अपने से इस ठंड से बचाव के लिए व्यवस्था कर रहे हैं. सबसे अधिक परेशानी कुदरा और पुसौली में है.
क्या कहते हैं नगर पंचायत के अध्यक्ष प्रतिनिधि : इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवजी ने बताया कि ठंड को देखते हुए नगर पंचायत द्वारा शहर के स्टेशन, चांदनी चौक एवं बैंक ऑफ बड़ौदा के पास अलाव जलाया जा रहा है. काफी मात्रा में लकड़ी की व्यवस्था की गयी है.