अजय नदी से कांवर में जल भरकर श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक चकाई. सावन की पहली सोमवारी को लेकर चकाई प्रखंड के शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धा और आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा. श्रद्धालुओं ने गोला दुखिया बाबा शिवमंदिर, रामचंद्रडीह शिवमंदिर समेत प्रखंड के अन्य शिवालयों में विधिवत पूजा-अर्चना कर बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया. सावन की सोमवारी के अवसर पर सुबह से ही अजय नदी के तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. जहां से श्रद्धालुओं ने कांवर में पवित्र जल भरकर बोलबम के जयघोष के साथ पैदल, डाक बम के रूप में शिव मंदिरों में पहुंचे और भक्तिभाव से भगवान शंकर को जलाभिषेक किया. पंडित आचार्य गोपाल मिश्रा बताते हैं कि अजय नदी का उद्गम स्थल चकाई है और यह गंगा में जाकर मिलती है. इस कारण अजय नदी के जल को गंगाजल की तरह पवित्र माना जाता है. यही वजह है कि सावन मास में बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसी जल से बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं. इसके अलावा दुलमपुर, करही, बटपार, उरबा, चकाई थाना, जमुनी, महेश्वरी, कानूनगो बंगला, सरौन, बेशकीटांड, माधोपुर, करनगढ़ समेत सभी प्रमुख शिवालयों में भक्तों ने आस्था के साथ जल अर्पित किया. सोमवारी के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिलाओं ने उपवास रखा और पूजा-अर्चना में भाग लिया. पूरे दिन शिव मंदिरों में रौनक बनी रही और भक्तों के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया. सोमवारी पर शिवालयों की छटा देखते ही बन रही थी. सोमवारी को लेकर बाजारों से फल आदि की जमकर खरीदारी हुई.
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