खैरा. गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरुवार को खैरा प्रखंड में श्रद्धा और आस्था का वातावरण देखने को मिला. भगवान महावीर के जन्मस्थल माने जाने वाले रजला गांव स्थित क्षत्रियकुंड तीर्थ परिसर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. लोगों ने विशेष पूजन-अर्चन कर गुरु परंपरा को नमन किया और आध्यात्मिक वातावरण में डूबे रहे. क्षत्रियकुंड तीर्थस्थल पर स्थानीय ग्रामीणों के साथ-साथ दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने भी भगवान महावीर की प्रतिमा के समक्ष पूजा-अर्चना की. श्रद्धालुओं ने गुरु के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन में गुरु का स्थान सर्वोपरि होता है और गुरु पूर्णिमा आत्ममंथन का पर्व है. खैरा प्रखंड के अन्य गांवों और मंदिरों में भी गुरु पूर्णिमा पर विशेष पूजन और भजन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. स्कूलों और सामाजिक संगठनों ने भी अपने-अपने स्तर से गुरु वंदना कार्यक्रम आयोजित कर इस पावन पर्व को मनाया. पूरे खैरा प्रखंड में दिनभर श्रद्धा और विश्वास का माहौल बना रहा.
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