उचकागांव. स्थानीय प्रखंड को आकांक्षी प्रखंड में शामिल किये जाने को लेकर अब शिक्षा के क्षेत्र में जोर दिया जा रहा है. इसी कड़ी में सांखे खास पंचायत के गुरमा के घोड़ही टोला में पिरामल फाउंडेशन की टीम ने स्कूलों से ड्रॉप आउट हुए बच्चों की पहचान के लिए घर-घर सर्वे किया. इस दौरान पिरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि नितेश कुमार तिवारी एवं गांधी फेलो अविनाश शाह और ज्योति जाधव ने धूप में खेल रहे और मवेशियों को चरा रहे बच्चों और उनके अभिभावकों से संपर्क किया. सर्वे के दौरान टीम को 21 बच्चे ऐसे मिले, जिन्होंने किसी न किसी कारणवश पढ़ाई छोड़ दी थी. टीम ने इन बच्चों और उनके अभिभावकों से मुलाकात कर उन्हें दोबारा स्कूल में प्रवेश लेने के लिए प्रेरित किया. इसके साथ ही अभिभावकों को शिक्षा के महत्व एवं सरकार द्वारा दी जा रही छात्रवृत्ति के बारे में भी बताया. इसके बाद टीम ने पंचायत की मुखिया आरती देवी के प्रतिनिधि प्रमोद गुप्ता से भी मुलाकात की और कम्युनिटी मीटिंग आयोजित करने की योजना चर्चा की, जिससे सभी लोगों को जागरूक किया जा सके. पिरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि नितेश तिवारी ने बताया कि आगामी दिनों में यह बैठक पंचायत के सहयोग से आयोजित की जायेगी, जिसमें ग्रामीणों को शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया जायेगा. इस पहल का मुख्य उद्देश्य शिक्षा को बढ़ावा देना और यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चा स्कूल जाये. यह प्रयास क्षेत्र में शिक्षा में सुधार और ड्रॉपआउट बच्चों को मुख्यधारा में वापस लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
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