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काम करने से रोका, तो प्राथमिकी
पहुंची टीम : विधवा रसोइया ने मिड डे मील बनाया, छात्रों के साथ डीएम ने भी खाया रसोइया पर विधवा होने और चरित्र हनन का आरोप लगा कर उसके बनाये एमडीएम खाने पर प्रतिबंध लगाते हुए ग्रामीणों द्वारा उसे हटाने की मांग को लेकर स्कूल में तालाबंदी कर दी गयी थी. तीसरे दिन शुक्रवार को […]
पहुंची टीम : विधवा रसोइया ने मिड डे मील बनाया, छात्रों के साथ डीएम ने भी खाया
रसोइया पर विधवा होने और चरित्र हनन का आरोप लगा कर उसके बनाये एमडीएम खाने पर प्रतिबंध लगाते हुए ग्रामीणों द्वारा उसे हटाने की मांग को लेकर स्कूल में तालाबंदी कर दी गयी थी.
तीसरे दिन शुक्रवार को जिलाधिकारी ने उक्त रसोइये से एमडीएम बनवाया. उन्होंने एमडीएम को खुद खाया और छात्रों को भी खिलाया. इस दौरान डीएम ने चेतावनी दी है कि इसके बाद अगर किसी ने रसोइये का विरोध किया, तो उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
डीएम ने पूरे मामले में बीडीओ और बीइओ से रिपोर्ट तलब की है. रिपोर्ट मिलने के बाद उन ग्रामीणों पर कार्रवाई की जायेगी, जिनके द्वारा स्कूल में तालाबंदी की गयी थी.
बरौली : कल्याणपुर मिडिल स्कूल के सुर्खियों में आने के बाद अधिकारियों की पूरी टीम शुक्रवार को स्कूल में पहुंच गयी. अधिकारी शिक्षकों और ग्रामीणों से बात कर ही रहे थे तब तक डीएम राहुल कुमार पहुंच गये. डीएम ने रसोइया सुनीता कुंवर से एमडीएम बनवाया. उन्होंने बच्चों के साथ बैठ कर एमडीएम खाया. डीएम ने बच्चों से समय पर एमडीएम खाने के लिए उत्साहित किया.
डीएम ने मौजूद शिक्षकों को निर्देश दिया कि तत्काल शिक्षा समिति की बैठक बुलायी जाये. गुरु गोष्टी कर लोगों को यह बताया जाये कि 21 वीं सदी में अंधविश्वास की कोई जगह नहीं है. अफवाह फैलाने या दुबारा इस तरह की हरकत करने पर तत्काल कार्रवाई हो सकती है. उधर, अधिकारियों के आने की खबर पर गांव के सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंच गये.
लोग डीएम से रसोइया पर पुन: आरोप लगाते हुए कहने लगे कि एमडीएम में यह महिला जहर भी डाल सकती है. इस पर डीएम ने ग्रामीणों को चेतावनी दी कि अगर किसी ने रसोइया को स्कूल में काम करने से रोका, तो प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करेंगे. सुनीता को मैंने यहां तैनात किया है. वह ईमानदारी के साथ काम करेगी.
स्कूल में डीएम के आने से पहले बीडीओ कुमार प्रशांत, बीइओ, जिला एमडीएम प्रभारी अब्दुस सलाम अंसारी, डीइओ अशोक कुमार पहुंचे थे, जहां रसोइये ने पहले से पहुंच कर स्कूल में अपना काम शुरू किया. इसकी खबर गांव में लोगों को मिली तब लोग पुन: स्कूल में इकट्ठा हो गये तथा विरोध करने लगे. इस पर डीइओ अशोक कुमार ने उन्हें मना किया, तो उलझ गये.
डीएम ने मौजूद बीडीओ और बीइओ से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब की. डीएम ने कहा कि रिपोर्ट मिलने के साथ ही उन ग्रामीणों पर कार्रवाई की जायेगी, जिनके द्वारा विद्यालय से रसोइये को हटा कर स्कूल में तालाबंदी की गयी थी. इधर, रसोइये ने अधिकारियों के समक्ष बताया कि कुछ लोग मुझे गांव से निकाल देने की साजिश कर रहे हैं. मैं विधवा हूं. मेरे पति नहीं हैं. सास नहीं है. ससुर नहीं हैं. दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. इसलिए मुझे बदनाम कर गांव से निकालने का इरादा लेकर मुझे तबाह कर रहे हैं.
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